जनवाणी संवाददाता |
बागपत: यूक्रेन व रूस के बीच चल रहे युद्ध में खेकड़ा क्षेत्र के सुभानपुर निवासी अक्षत त्यागी पुत्र संजय त्यागी भी फंस गए है। वह यूक्रेन के किरवोग्राद में रहकर व्यवसाय करते हैं। वह कपड़े का व्यापार कर रहे है। अक्षत भी यहां अपने परिजनों से लगातार संपर्क में है और वहां की जानकारी दे रहे हैं।
अक्षत ने बताया कि युद्ध के बाद हालात अस्त व्यस्त हो गए है। आसमान में युद्धविमान लगातार मंडरा रहे हैं। जिसके कारण लोगों में भय का माहौल है। लोगों ने जरूरत के सामान को स्टॉक कर लिया था। अब सामान भी बामुश्किल ही मिल रहा है। जरूरत की चीजों के दाम एकदम से आसमान छूने लगे है। जो लोग शहर में रह रहे है वह सुरक्षित रहने के लिए गांवों की तरफ जा रहे है।
इसके साथ ही लोग यूक्रेन छोड़कर हाईवे के द्वारा पोलैंड, लिथवनिया, लाटविया आदि देशों में शरण ले रहे है। रूस द्वारा केवल यूक्रेन के बंदरगाहों व सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है। बाकी आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है। बताया कि रूसी सेना ने यूक्रेन की पूरी तरह से घेरा बंदी कर दी है। लेकिन आम नागरिकों को किसी तरह से परेशान नहीं किया जा रहा है न ही उन्हें कोई क्षति पहुंचाई जा रही है। इतना जरूर है कि चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। अगर ऐसे ही हालात रहे तो आने वाले समय में हर चीज का संकट भी हो सकता है।
यह भी फंसे हुए हैं
बागपत: खेकड़ा क्षेत्र के बड़ा गांव निवासी निहारिका, बागपत निवासी विश्वजीत पुत्र हरेंद्र, आदित्य चौहान पुत्र विनोद कुमार निवासी सिसाना भी वहां पढ़ाई कर रहे हैं और फंसे हुए हैं। आदित्य को हाल में ही 14 फरवरी को ही गया था। परिजनों का कहना है कि उन्हें पता होता तो वह नहीं भेजते।
अब उन्हें पल-पल की चिंता सता रही है। छात्र भी लगातार अपने परिजनों के संपर्क में है और वहां की जानकारी दे रहे हैं। बता रहे हैं कि माहौल अभी सही नहीं है। कीव की ओर दोस्तों से तो छात्र संपर्क तक नहीं कर पा रहे हैं। उधर, अभिभावकों की चिंता की लकीरें बढ़ रही हैं। अभिभावकों के पास उनके रिश्तेदारों के फोन भी लगातार घनघना रहे हैं। अभिभावक भी सुबह से शाम तक टीवी पर टकटकी लगाकर बैठ जाते हैं और वहां के हालात देख रहे हैं।
डर जैसा कोई माहौल नहीं: निहारिका
खेकड़ा बड़ा गांव निवासी निहारिका त्यागी पुत्री श्रीओम त्यागी यूक्रेन के हिवान शहर से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। उनका कहना है कि हिवान शहर के एक पॉर्ट पर मिसाइल से हमला कर उसे तबाह कर दिया गया था। जिसके बाद उन्हें काफी डर लगा था, लेकिन उसके बाद से स्थिति सामान्य है।
जिस स्थान पर वह है वहां ज्यादा भय नहीं है। लोग सामान्य रूप से घरों से निकल रहे हैं। इतना जरूर है कि हमले के दौरान कहां क्या हो जाए? कुछ नहीं कहा जा सकता, इसी को सोचकर लोग घरों में ही कैद हैं और सुरक्षित स्थानों की ओर भी जा रहे हैं। रूसी सैनिक आम नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं। बताया कि भारतीय दूतावास से संपर्क किया है।
दूतावास द्वारा उन्हें शनिवार को निजी वाहनों से ले लिया जाएगा। उसके बाद हंगरी जो वहां से करीब ढाई सौ किमी दूर है या फिर रोमानिया, पोलैंड आदि देशों से एयर लिफ्ट कर भारत भेजे जाएंगे। आम जरूरतों के सामान के दामों में काफी बढ़ोतरी हो गई है। जिसके चलते दिक्कत उत्पन्न हो रही है।