जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज बुधवार को कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान वह कहते हैं,कल हमने संसद में एक दुखद बात देखी। खासकर राहुल गांधी की यह मांग है कि मणिपुर के दोनों सांसद धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी बात रखें। राहुल गांधी खुद गए हैं मणिपुर के लिए, उन्होंने देखा है कि मणिपुर के समाजों के भीतर जो विभाजन पैदा हुआ है, वहां गृहयुद्ध जैसी स्थिति है, राहुल गांधी जानते थे कि अगर हमने उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी, तो इससे गलत संदेश जाएगा लेकिन, दुख की बात यह है कि पीएम मणिपुर की शिकायतें नहीं सुनना चाहते।
हमें 2 मिनट नहीं मिले लेकिन हमें 2 घंटे तक पीएम की बात सुननी पड़ी, जिसमें वह सब दोहराते रहे वो पुराने आरोप, चुटकुले और व्यंग्य उन्होंने राजनीति को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। अंत में पीएम ने बस इतना कहा कि अगर आपको समय नहीं मिला तो अपनी पार्टी से पूछ लीजिए कि क्या पीएम विपक्ष को पानी पिला सकते हैं सांसदों, उनमें मणिपुर के सांसदों की बात सुनने का धैर्य क्यों नहीं है? पीएम मोदी योजनाबद्ध तरीके से मणिपुर को पीठ दिखा रहे हैं, उन्होंने कल मोहन भागवत की बात को नजरअंदाज कर दिया।