- गंगनहर का पानी उतरते ही पिलर पर गाटर रखने का काम हुआ शुरू
- रेडीमेड गाटर से तैयार किया जा रहा फोर लेन पुल
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: तीन सालों से रैंग रहा गंगनहर पुल का निर्माण कार्य इस बार पूरा होने की उम्मीद है। सब ठीक रहा तो नए साल से फोर लेन वाले दो पुलों पर वाहन फर्राटा भरते हुए नजर आएंगे। गंगनहर का पानी उतरते ही नानू पुल का निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया गया है।
शनिवार से पुल पर प्लांट पर तैयार किए गए गाटर रखने शुरू कर दिए गए। यानी पुल निर्माण का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है। बस पुल निर्माण को फाइनल टच देने का काम बाकी रह रहा है। उम्मीद है कि जल्द पुल बनकर तैयार हो जाएगा। फिलहाल पुल पर युध्द स्तर पर कार्य चल रहा है।
सरकार द्वारा मेरठ-करनाल हाइवे का चौड़ीकरण कराया जा रहा है। तीन साल से एनएचएआई हाइवे को बनवाने में लगी हुई है। हाइवे के बीच में आने वाले नानू गंगनहर पुल की हालत खस्ता होने के साथ ही चौड़ाई भी कम थी। इसके चलते इस पुल का भी निर्माण कराया जा रहा है।
हाइवे से बराबर मिलाने के लिए यहां दो बुल यानी फोर लेन पुल तैयार किए जा रहे हैं। पिछले दो साल से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। पहले साल गंगनहर का पानी उतरने पर पिलर की नींव भरी गई थी। गत वर्ष सभी पिलर बनाकर तैयार कर दिए गए थे। मगर गंगनहर की सफाई का समय पूरा होने के कारण उसमें पानी छोड़ दिया गया था। जिसके चलते फिर से कार्य अधर में लटक गया था।
अब दिवाली से पहले फिर गंगनहर का पानी रोका गया है। जिसके बाद कंपनी ने भी पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। बपारसी स्थित प्लांट में पुल पर रखने के लिए गाटर पहले की तैयार कर दिए गए थे। शनिवार से पिलर पर गाटर रखने का कार्य शुरू कर दिया गया।
गाटर को गाटर से जोड़ते ही पुल बनकर तैयार हो जाएगा। बस उसमें फाइनल टच देना बाकी रह जाएगा। उम्मीद है कि यदि सबकुछ ठीक रहा तो नए साल पर नए पुल पर वाहन फर्राटा भरते हुए नजर आएंगे। फिलहाल पुल निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
पुराने पुल की हालत बहुत खराब
नानू गंगनहर पर बने ब्रिटिश कालीन पुल की हालत बेहद खराब है। जिससे यहां हादसा होने का खतरा बना रहता है। इसलिए जरूरी है कि नया पुल जल्द बनकर तैयार हो। ताकि किसी भी हादसे से बचा सके।
इस बार बड़े स्तर पर चल रहा काम
इस बार कंपनी द्वारा बड़े स्तर पर काम शुरू किया गया है। आधी गंगनहर में भराव करके बड़ी मशीनों से गाटर रखने का काम शुरू किया गया है। लक्ष्य रखा गया है कि गंगनहर में पानी आने से पहले ही पिलर पर गाटर रखने का कार्य पुरा करना है। ताकि गंगनहर में पानी आने के बाद भी काम बंद करने की जरूरत न पड़े।