- नहीं चल रहे पेटीएम, गूगल-पे आईएफएससी कोड हुए चेंज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बैंक मर्ज किये जाने से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मर्ज किये गये बैंकों के उपभोक्ताओं के आॅनलाइन ट्रांजेक्शन बंद कर दिये गये हैं, जिससे उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। गूगलपे, पेटीएम आदि यूपीआई ट्रांजेक्शन बंद हो गये हैं। जिससे कोई कार्य नहीं हो पा रहा है। वहीं, बैंक अधिकारियों की मानें तो इसमें अभी कुछ और समय लग सकता है।
आरबीआई की ओर से आरियंटल बैंक आॅफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक आॅफ इंडिया को पीएनबी, सिंडिकेट बैंक को केनरा बैंक में, आंद्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक को यूनियन बैंक आॅफ इंडिया में और इलाहाबाद बैंक को इंडियन बैंक में मर्ज किया गया है।
जिन बैंक को मर्ज किया गया है उन बैंकों के उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंक की ओर से उपभोक्ता के आॅनलाइन ट्रांजेक्शन बंद कर दिये गये हैं, जिससे उपभोक्ता को परेशान का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ता अपना कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
व्यापार पर पड़ा असर
व्यापारियों को इसका काफी असर पड़ा है। व्यापारी नेता संजीव शर्मा ने बताया कि उनका खाता सिंडिकेट बैंक में है। बैंक की ओर से उनका एटीएम ब्लॉक कर दिया गया है जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की ट्रांजेक्शन करने में समस्या आ रही है। गूगलपे और अन्य यूपीआई ट्रांजेक्शन बंद हो गये हैं। अगर बैंक संबंधी कोई कार्य उन्हें कराना है तो उसके लिये उन्हें बैंक जाना पड़ रहा है। बैंक अधिकारी उन्हें 10 से 15 दिन का समय दे रहे हैं।
ग्राहकों को किया गया था सूचित
वहीं, जब इस संबंध में केनरा बैंक के एलडीएम संजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बैंक मर्ज होने पर थोड़ी समस्या है। हालांकि उपभोक्ताओं को इस संबंध में पहले ही मैसेज द्वारा अवगत करा दिया गया था। उन्होंने बताया कि पहले के आईएफएससी कोड बदल गये हैं, लेकिन 31 मार्च तक ग्राहकों का वही आईएफएससी कोड रहेगा जो पहले था।
अब यहां केनरा बैंक का आईएफएससी कोड सीएनआर 0000033 कर दिया गया है जो आगे भी यही रहेगा। व्यवस्था सुचारू होने में थोड़ा समय तो लगता है जल्द ही सब पहले जैसा होगा। इसी प्रकार सभी बैंकों में अपने-अपने स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं।