- आग लगने से करोड़ों का सामान जलकर नष्ट, घंटों मशक्कत के बाद पाया आग पर काबू
- वेस्टेज की पिसाई में लगी मोटर में आग, देखते ही देखते पूरी फैक्ट्री में फैल गयी आग
जनवाणी संवाददाता |
खेकड़ा: क्षेत्र के डूंडाहेड़ा रोड पर शुक्रवार को कूलर हनीपेड़ बनाने वाली एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई, जिसमें फैक्ट्री में मौजूद करोड़ों का सामान जलकर राख हो गया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने घण्टों की मसक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इससे वहां अफरा तफरी का माहौल बना रहा।
क्षेत्र के डूंडाहेड़ा रोड पर चायनीज मॉडल के कूलर हनीपेड़ बनाने की फैक्ट्री है। हनीपेड़ बनाने से बचे वेस्टेज को फैक्ट्री के बाजू में ही डालकर पीसकर अन्य कार्यों में लिया जाता है। फैक्ट्री मालिक शाहदरा निवासी अश्वनी तोमर शुक्रवार को फैक्ट्री में काम करवा रहे थे।
लंच के समय से कुछ पहले वेस्टेज की पिसाई में लगी मोटर में आग लग गई। इससे पहले की मोटर में लगी आग पर काबू पाया जाता आग की लपटों ने पूरी फैक्ट्री को अपनी लपेट में ले लिया। आग की लपटों इतनी भयंकर थी कि सड़क से गुजरने वाले लोग भी डर गए।
फैक्ट्री मालिक व कर्मचारियों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। देखते की देखते आग की लपटों ने पूरी फैक्ट्री की अपनी चपेट में ले लिया। सूचना पर मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मी भी धधकती हुए आग की लपटों को देखकर वहां तक पहुंचने का साहस नहीं जुटा सकें।
सड़क से आने जाने वालों को फैक्ट्री से दूर ही रोक दिया गया। इसके बाद जब आग की लपटें धीमी हो गई तब फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक फैक्ट्री सारी फेक्ट्री जलकर स्वाहा हो चुकी थी, जिसमें करोड़ों का सामान जलकर राख हो गया।
बाल-बाल बचे फैक्ट्री कर्मी
जिस समय फैक्ट्री में आग लगी उस समय सभी कर्मचारियों की सैलरी बाटी जानी थी। सभी फैक्ट्री में एक स्थान पर एकत्रित हो रहे थे। फैक्ट्री की बाहर की साइड आग की लपटों उठी तब फैक्ट्री में भगदड़ मची। इससे पहले की वह कुछ समझ पाते फैक्ट्री आग की लपटों में घिर गई। फैक्ट्री मालिक व कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई।
फायर ब्रिगेड कर्मी भी नहीं जुटा सकें
जब फैक्ट्री में आग लगी तो वहीं पर डायल 112 की गाड़ी खड़ी हुई थी। आग की लपटें देखकर उन्होंने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। डूंडाहेड़ा रोड पर ही फायर ब्रिगेड स्टेशन है। जब उन्हें सूचना मिली तो वह भी तत्काल ही पहुंच गए, लेकिन आग की लपटें देखकर वह भी आग बुझाने की हिम्मत नहीं जुटा सकें। आग धीमी हुई तभी उन्होंने आग पर काबू पाया।
जनपद के सभी फायर ब्रिगेड गाड़िया लगी आग बुझाने में
फैक्ट्री में आग की सूचना मिलते ही जनपद के सभी फायर स्टेशनों की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। जिन्होंने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
फैक्ट्री में थे सिलेंडर फटते तो मचती तबाही
जानकारी के अनुसार फैक्ट्री में हनी पेड़ बनाने के लिए एलपीजी गैस भी प्रयोग में लाई जाती है। जिसके सिलेंडर भी फैक्ट्री में प्रयोग में लाए जाते है। फैक्ट्री के पास ही अन्य फैक्ट्रियां व डूंडाहेड़ा गांव है यदि सिलेंडर फट जाते तो आसपास में तबाही मच जाती।
करोड़ों का सामान महज कुछ देर में ही जलकर स्वाहा
चायनीज कूलर हनी पेड़ बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग की तेज़ी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की महज आधा घंटे में ही सब कुछ जलकर स्वाहा हो गया। आग की लपटों में फैक्ट्री में लगी टीन व लोहे की एंगल पानी की तरह पिंघल गई। मशीनों का महज ढांचा ही बचा। फैक्ट्री में करीब ढाई करोड़ का सामान महज आधा घंटे में ही जलकर राख हो गया।
लोगों की जुटी भीड़
फैक्ट्री में लगी आग देखने के लिए चारो तरफ भारी भीड़ एकत्रित हो गई। आग बुझने के बाद भी काफी देर तक भीड़ जुटी रही।