- ठेकेदार भी खुश और अफसर भी, गढ़ रोड पहले बनेगी
- फिर उधेड़ी जाएगी सीएम ग्रिड योजना के तहत बनी सड़क
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लगता है कि नगर निगम के अफसरों को सीएम ग्रिड के नाम पर 47 करोड़ ठिकाने लगाने की जल्दबाजी है। योजना शानदार है इसमें कोई दो राय नहीं, लेकिन इस योजना के तहत जो रोड चिन्हित की गई है उसको लेकर जरूर सवाल उठ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि शीघ्र ही जिस रोड पर मैट्रो का काम शुरू होना है, उसकी तैयारी अंतिम चरण में है, वहां इतनी बड़ी रकम को इन्वेस्ट करने की निगम अफसरों को इतनी जल्दबाजी क्यों है। महानगर के तमाम सड़कें है। जहां सीएम ग्रिड योजना के तहत शानदार सड़क बनायी जा सकती है।
इसको लेकर शहर के कुछ आरटीआई एक्टिविस्ट व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आवाज उठायी है। इस संबंध में कमिश्नर से मिलने की बात सामाजिक कार्यकर्ता व संयुक्त गढ़ रोड व्यापार समिति के विपुल सिंहल ने बतायी है। उन्होंने बताया कि सीएम ग्रिड योजना के अंतर्गत गांधी आश्रम चौराहे से तेज गढ़ी चौराहे तक सड़क चौड़ीकरण एवं यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम के तहत यह कार्य मैसर्स जीत कंस्ट्रक्शन द्वारा पूर्ण किया जाएगा तथा इस कार्य की समय सीमा 15 माह है। महामंत्री विपुल सिंघल ने मौजूद अधिकारियों से इस कार्य की ड्राइंग मांगी। जिसे वह उपलब्ध नहीं करा सके।
ठेकेदार जीत कंस्ट्रक्शन के प्रतिनिधि गुरप्रीत सिंह से ड्राइंग मांगे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें अभी ड्राइंग उपलब्ध नहीं कराई गई है, उन्हें मात्र ठेका हुआ है, ड्राइंग आने पर वह बता सकेंगे कि किस प्रकार कार्य किया जाएगा। अभी तक गांधी आश्रम चौराहे से तेज गढ़ी चौराहे के बीच में आने वाले खोखा व्यापारियों के विस्थापन करने की कोई योजना नहीं बनाई गई है। पूर्व में भी नई सड़क किनारे पर बुलडोजर द्वारा हटाए गए फूल वालों का मुकदमा अभी भी उच्च न्यायालय में लंबित है। फूल वाले व्यापारियों को अभी तक विस्थापित नहीं किया गया है।
इस क्षेत्र में प्रभावित, लाभान्वित होने वाले व्यापारियों को पहले इसकी संपूर्ण जानकारी दी जाए। उसके उपरांत ही यहां पर कार्य किया जाए। कार्य भी इस प्रकार होना चाहिए कि वह समय सीमा में हो तथा 100-100 मीटर के चरणों में हो ताकि इस क्षेत्र का संपूर्ण व्यापार प्रभावित न हो। इस मार्ग पर प्रभावित होने वाले सभी व्यापारी को सूचना न देने के अभाव में सभी व्यापारी इकट्ठा होकर आवश्यकता हुई तो धरना प्रदर्शन भी कर सकते हैं।
भूमिगत केबल डालने से शुरू होगा स्मार्ट रोड का निर्माण कार्य
तेजगढ़ी से गांधी आश्रम तक स्मार्ट रोड का निर्माण बिजली के भूमिगत केबल डालने और ट्रांसफार्मर शिफ्ट करने के साथ शुरू होगा। इसके लिए नगर निगम द्वारा पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. की एमडी को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया। गांधी आश्रम चौराहे से लेकर तेजगढ़ी चौराहे तक की सड़क को मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट स्कीम सीएम ग्रीड योजना में चयनित किया गया है। बुधवार को इस योजना का शुभारंभ ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर ने किया था।
लगभग 47 करोड़ की लागत से बनाई जाने वाली इस सड़क निर्माण से पूर्व सबसे पहले बिजली के खंभों को हटाकर भूमिगत केबल डालने व ट्रांसफार्मर को शिफ्ट किया जाएगा। इस सड़क निर्माण के लिए 15 माह की समय सीमा निर्धारित किया गया है। कम समय में निर्माण करने के लिए इस रोड पर ट्रैफिक भी डायवर्ट करना पड़ेगा। इसके लिए नगर निगम के अधिकारी शीघ्र एसपी ट्रैफिक के साथ बैठक करेंगे। उन्हें बताएंगे किसी-किसी फेज में क्या-क्या कार्य होना है और किस कार्य के लिए किस टुकड़े पर कितने समय के लिए ट्रैफिक बंद किया जाएगा।
इसके बाद एसपी ट्रैफिक ही ट्रैफिक डायवर्जन का प्लान बनाएंगे। नगर निगम के निर्माण अनुभाग के मुख्य अभियंता देवेन्द्र कुमार ने बताया कि पीवीवीएनएल की एमडी को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया है कि उक्त सड़क पर सभी बिजली के खंभे हटाए जाएंगे और बिजली के केबल भूमिगत डाले जाएंगे। उन्हें ट्रांसफार्मरों को शिफ्ट करने के बारे में अवगत करा दिया गया है। गुरुवार को रिमांडर भी भेज दिया गया है। एसपी ट्रैफिक के साथ शीघ्र बैठक की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य की कवायद शुरू कर दी जाएगी।