- सात साल से घनी आबादी में बन रहे थे पटाखे, पुलिस थी बेखबर
- करीब तीन लाख रुपये कीमत के बने, अधबने और बारूद बरामद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लिसाड़ीगेट के समर गार्डन में एक महीने पहले पटाखों में विस्फोट के कारण एक मकान जमींदोज हो गया था और उसमें पांच लोग मारे गए थे। इसके बावजूद पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है। गुरुवार को फतेहल्लापुर जाकिर कॉलोनी निवासी अबिद 40 वर्षीय के मकान पर पुलिस ने छापेमारी कर अवैध पटाखा फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस ने सवा कुंतल बने और अधबने बुलेट बम, मशीन और स्टीकर और बारुद बरामद किया है।
सीओ कोतवाली अरविन्द चौरसिया ने बताया कि आबिद ने पूछताछ में बताया कि वो आठ साल से पटाखे बनाने का काम कर रहा है। गुदड़ी बाजार में रहने वाले दुकानदार अनिल रस्तोगी से वो गंधक, पोटाश और कोयला खरीद कर लाता है। इसके अलावा स्टीकर का सामान भी वहीं से मंगाता है। सीओ ने बताया कि आरोपी के पास से 70 किलो अधबने और 30 किलो बने बुलेट बम बरामद किये गए है।
बरामद पटाखों की कीमत करीब तीन लाख बताई जा रही है। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया का कहना है कि फतेह फतेहल्लापुर चौकी इंचार्ज नीरज बघेल की तरफ से विस्फोट अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। शनिवार को आरोपी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा। आबादी वाले इलाके में विस्फोटक सामग्री को प्रयोग किया जा रहा है और संबंधित चौकी का स्टाफ अनजान बना रहा। अगर आबिद के घर पर पटाखों से विस्फोट हो जाता तो कितनी तबाही मचती।