- आपूर्ति विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में करीब 15 लाख कीमत का माल बरामद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लिसाड़ीगेट के मदीना कालोनी में अवैध मिनी गैस सिलेंडरों का जखीरा बरामद होने से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। दबिश को पहुंचे अधिकारी व इलाके के लोगों का कहना है कि बरामद किए गए मिनी गैस सिलेंडर मिनी बम से कम नहीं है। ऐसे मिनी गैस सिलेंडरों से पूर्व में अनेक बार विस्फोट सरीखी घटनाएं हो चुकी हैं। मदीना कालोनी में अवैध रूप से चल रही मिनी गैस सिलेंडरों की इस फैक्ट्री में एक सूचना पर सोमवार को जिला आपूर्ति अधिकारी के निर्देश पर विभाग के अफसरों की टीम तथा पुलिस फोर्स ने दबिश दी।
दबिश में जो माल बरामद किया गया, उसको देखकर मौके पर मौजूद अफसर भी हैरान रह गए। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने यहां से करीब 15 लाख के बताए जा रहे मिनी गैस सिलेंडर बरामद किए गए हैं। कार्रवाई को पहुंचे अफसरों का कहना था कि उन्हें भी उम्मीद नहीं थी कि इतने बड़े स्तर पर यहां अवैध मिनी गैस सिलेंडर तैयार किए जा रहे हैं।
पुलिस को देखकर फरार
मदीना कालोनी में चल रही अवैध मिनी गैस सिलेंडर की फैक्ट्री पर जैसे ही पुलिस व दूसरे अफसरों की गाड़ियां पहुंचीं, उन्हें देखते ही वहां काम कर रहे कारीगर फरार हो गए। जब तक पुलिस वाले गाड़ी से उतर कर भीतर तक जाते तब तक सभी कारीगर फरार हो चुके थे। हालांकि पुलिस वालों ने उन्हें तलाश कर दबोचने का प्रयास किया, लेकिन कारीगर वहां से निकल चुके थे। आपूर्ति विभाग की तहरीर पर लिसाड़ीगेट पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आपूर्ति निरीक्षक अजय कुमार ने बताया कि उनकी टीम को लिसाड़ी गेट क्षेत्र में अवैध मिनी गैस सिलेंडर बनाए जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद थाना पुलिस को साथ लेकर सोमवार को मदीना कॉलोनी गली नंबर एक स्थित मेहराज के मकान पर छापा मारा गया। पुलिस को देखते ही फैक्ट्री में काम कर रहे दो कारीगर मौके से फरार हो गए। वहीं, फैक्ट्री के अंदर से लगभग 200 बने हुए सिलेंडर और 500 से अधिक अधबने सिलेंडर सहित भारी मात्रा में सिलेंडर बनाने का सामान और उपकरण बरामद हुए।
पूछताछ के दौरान पता चला कि इस मकान को तारापुरी निवासी दिलशाद पुत्र यामीन ने किराए पर लिया हुआ था। आपूर्ति निरीक्षक के मुताबिक फैक्ट्री से बरामद हुए माल की कीमत लगभग 15 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपी दिलशाद सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
बम से नहीं कम मिनी सिलेंडर
कार्रवाई में जिस प्रकार के मिनी गैस सिलेंडरों का पूरा जखीरा मिला है, अधिकारियों का मानना है कि ये किसी बम से कम नहीं हैं। इस प्रकार के मिनी गैस सिलेंडरों के बनाने व बेचने पर प्रतिबंध है। पूर्व में इसी प्रकार के मिनी गैस सिलेंडरों से कई हादसे हुए हैं। अनेक बार रसोई में खाना बनाते समय ये मिनी गैस सिलेंडर फट भी गए हैं। कई बार रीफिलिंग के दौरान भी मिनी गैस सिलेंडरों से हादसे हो चुके हैं।