Monday, July 8, 2024
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खतरनाक सिलसिला…हारती जिंदगियां, जिम्मेदार कौन?

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  • यूपी बोर्ड की परीक्षा में असफल होने पर दो छात्रों ने लगाई फांसी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: मैथिली शरण गुप्त की पंक्तियों नर हो न निराश करो मन को, कुछ काम करो, कुछ नाम करो, जग में रह कर कुछ काम करो को अगर छात्र अपने जीवन में अंगीकार कर लें तो कई बड़ी समस्याओं को डिप्रेशन से बच सकते हैं। यूपी बोर्ड के रिजल्ट में असफल होने पर जिस तरह से जानी में एक छात्र और बिजनौर में एक छात्रा ने फांसी लगाकर जान दी है,

उसने एक बड़ा सवाल पैदा कर दिया है कि क्या अंकों का खेल जिंदगी को खत्म करने के लिये बन गया है। आखिर इन हारती हुई जिंदगियों के लिये कौन जिम्मेदार है। गला काट प्रतियोगिताओं और मां बाप के बढती महत्वाकांक्षाओं के कारण बच्चे डिप्रेशन में आ रहे हैं।

जिंदगी के खेल में हार-जीत तो लगी रहती है, लेकिन इस हार-जीत के मूल्य से जीवन का मूल्य हजार-लाख गुना ज्यादा है। आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में हार-जीत की भावना इतनी हावी हो चुकी है कि मासूम छात्रों को भी शिकार बनाने लगी है। यूपी बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद प्रदेश में छह छात्र और छात्राओं ने परीक्षा में फेल होने या कम नंबर आने की वजह से जान दे दी।

महाराजगंज जिले फरेंदा क्षेत्र के मथुरानगर में छात्र ने 12वीं की परीक्षा में फेल होने पर दूध में जहर मिलाकर पी लिया। जहां उसकी मौत हो गई। बांदा जिले के जहीर क्लब के पास रेलवे के होम व आउटर सिग्नल के बीच मंगलवार शाम रेलवे पटरी पर 15 वर्षीय छात्र का ट्रेन से कटा शव आरपीएफ व जीआरपी ने बरामद किया। हेमंत ने हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। वह दोस्तों के साथ कल रिजल्ट देखने गया था।

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रिजल्ट देखने पर उसे पता चला कि उसे सिर्फ 60 प्रतिशत नंबर ही मिले हैं, जबकि उसके दोस्तों के 80 प्रतिशत नंबर आए थे। नंबर कम आने से वह दोस्तों संग वापस नहीं लौटा और ट्रेन से कटकर आत्महत्या की है। कन्नोज के सौरिख में हाईस्कूल परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर छात्रा ने साड़ी का फंदा गले में कसकर आत्महत्या कर ली। बरेली के नवाबगंज की छात्रा काजल ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में फेल होने पर सुसाइड कर लिया।

शाहजहांपुर में दो छात्रों ने इंटरमीडिएट में मंगलवार को दो छात्रों ने फेल होने पर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव फंदे पर लटके मिले। सिंधौली निवासी छात्र लगातार दूसरी बार फेल हुआ था। जानी थाना क्षेत्र में राहुल नामक छात्र ने इंटर में फेल होने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। वहीं, बिजनौर में एक छात्रा फांसी के फंदे में झूल गई।

गुरुतेग बहादुर पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य डा. कर्मेन्द्र सिंह का कहना है कि बच्चों को अंकों के कम आने पर प्रताड़ित नहीं करना चाहिये। बल्कि उसे बताना चाहिये कि एक बार विफल होने से जिंदगी के रास्ते बंद नहीं हो जाते है। हर बच्चे में अलग अलग प्रतिभा होती है और उसी आधार पर उसका आकलन करना चाहिये।

मेरठ कालेज के समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डा. अनिल राठी का कहना है कि बच्चों की पर्सनालिटी के विकास पर ध्यान देना चाहिये। यह परिवार और समाज का दायित्व है कि बच्चे के आकलन उसके द्वारा हासिल किये गए अंकों से न करें। इतिहास गवाह है बार बार विफल होने वाले सफलता की बुलंदियों तक पहुंच जाते हैं।

रुकनपुर में महिला ने फांसी लगाकर दी जान

भावनपुर थाना के गांव रुकनपुर निवासी महिला का शव गुरुवार को पंखे से लटका पाया गया। वहीं, पुलिस के पहुंचने से पूर्व महिला के पति व अन्य परिवार के लोगों ने महिला के शव को नीचे उतारते हुए जमीन पर लिटा दिया। इसी बीच मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे मृतक महिला के परिजनों ने हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।

पुलिस ने आनन-फानन में महिला के शव का पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि अभी तक मृतक महिला के परिजनों ने थाने पर कोई तहरीर नहीं दी। पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने के बाद संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

सरधना थाना के मोहल्ला हलालपुर निवासी मीनू पुत्री महेश की 10 माह पूर्व भावनपुर थाना के गांव रुकनपुर निवासी सचिन पुत्र पप्पू गोस्वामी के साथ शादी हुई थी। वहीं, मायके पक्ष के लोगों का आरोप है कि शादी के कुछ समय के बाद से ही सचिन व उसके परिवार के अन्य लोग उसके साथ दहेज को लेकर मारपीट करते रहे हैं। जिसकी कई बार मृतक ने अपने मायके वालों से भी शिकायत की। जिस पर मायके वालों ने सचिन व उसके परिवार के लोगों को समझाते हुए मामले को शांत करा दिया।

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इसके बावजूद सचिन और उसके परिवार के लोगों द्वारा प्रताड़ित करना बंद नहीं हुआ। वहीं, गुरुवार को मौका पाकर सचिन उसके परिवार के लोगों ने मीनू की हत्या कर शव को अत्महत्या का रूप देने के लिए पंखे से लटका दिया। इस संबंध में भावनपुर इंस्पेक्टर आनंद कुमार ने बताया कि मृतक महिला के परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई। तहरीर आने के बाद मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

परीक्षितगढ़ में गृह क्लेश में विवाहिता ने खाया जहरीला पदार्थ, मौत

परीक्षितगढ़: बीती शाम ग्राम ऐंची खुर्द निवासी विवाहिता ने गृह-क्लेश के चलते जहरीला पदार्थ का सेवन क र लिया था। गुरुवार दोपहर उपचार के दौरान विवाहिता की मौत हो गई। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

थाना क्षेत्र के ग्राम ऐंची खुर्द निवासी पूनम (32) पत्नी विपिन गिरि ने बुधवार शाम गृह-क्लेश के चलते जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया था। हालत खराब होने पर परिजनों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में मेरठ के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। जहां गुरुवार दोपहर उपचार के दौरान पूनम की मौत हो गई। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया।

सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने विवाहिता के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। समाचार लिखे जाने तक थाने में तहरीर नहीं दी गई थी। विवाहिता की मौत से पुत्र व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है। वहीं, इस संबंध में थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि विवाहिता की जहरीला पदार्थ के सेवन करने से मौत हुई है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है। घटना की तहरीर थाने में नहीं आई है।

12वीं के छात्र ने फेल होने पर लगाई फांसी

हस्तिनापुर: क्षेत्र के गांव मालीपुर में इंटरमीडिएट की परीक्षा में फेल होने पर छात्र में संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार के लोगों ने बिना पुलिस की कार्रवाई के छात्र का अंतिम संस्कार कर दिया। मामला थाना क्षेत्र के गांव मालीपुर का है। जहां पर 21 वर्ष के छात्र अभिनव पुत्र शिवकुमार मवाना के नवजीवन किसान इंटर कॉलेज में 12वीं का छात्र था।

उसने इस बार यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी, परंतु मंगलवार को जारी हुए यूपी बोर्ड के रिजल्ट में वह फेल हो गया। जिसके बाद वह तनाव में आ गया। परिवार के लोगों ने काफी समझाने की कोशिश की, परंतु बुधवार शाम को उसने संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब परिवार के लोग जंगल से शाम को घर लौटे तो घर में फांसी के फंदे पर अभिनव को देखकर सबके होश उड़ गए और हाहाकार मच गया।

उसके बाद पीड़ित परिवार के लोगों ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के ही अभिनव के शव का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि अभिनव इंटरमीडिएट में फेल होने के बाद पिछले दो दिन से तनाव में था। जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली।

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