- पांच लोगों की मौत से आंकड़ा पहुुंचा 159
- जनपद में अब तक 6247 संक्रमित, 2169 बीमार
जनवाणी संवाददाता
मेरठ: कोरोना अब घातक होता जा रहा है। एक ओर जहां संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है वहीं मरने वालों की संख्या पर ब्रेक नहीं लग रहा है। सोमवार को हुई 2707 जांचों में 126 लोग संक्रमित निकले, जबकि तीन महिलाओं समेत पांच कोरोना मरीजों की मौत हो गई।
कोरोना से अब तक 6247 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 159 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं आज 77 मरीज ठीक होकर घर गए जबकि 2169 लोग बीमार चल रहे हैं।
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। नये डीएम के. बालाजी ने भी इसी बात पर जोर दिया है कि कोरोना से मरने वालों की संख्या पर नियंत्रण किया जाए और मरीजों को बेहतरीन इलाज प्रदान किया जाए। सोमवार को हुई जांच में नये मरीजों की तादाद ज्यादा रही।
बीरुकुआं सुभाष बाजार, डिफेंस इन्क्लेव दो, सुभारती यूनिवर्सिटी, कसेरु बक्सर, गंगानगर, बैंकर्स कालोनी सदर बाजार, राजेन्द्र नगर, मेडिकल कैंपस, शिवशक्ति नगर चार, मोदीपुरम, जागृति विहार चार, थापर नगर का ज्वैलर, सुभारती मेडिकल कालेज छह, फूलबाग कालोनी दो, शिवाजी रोड दो, कैंट बटालियन, माधवपुरम ज्वैलर्स, शताब्दी नगर तीन, सुभारतीपुरम, पल्लवपुरम तीन, हरिलोक साकेत दो, रघुकुल विहार टीपी नगर, चिंदौड़ी दो, हस्तिनापुर थाने के दो पुलिसकर्मी, सरूरपुर दो, गगन विहार, गंगाधाम, शास्त्रीनगर तीन, इंदिरा नगर ब्रह्मपुरी दो, छज्जूपुर भूड़बराल दो, नेहरु नगर, सरूरपुर खुर्द आदि में संक्रमित मिले हैं।
सोमवार को हुई जांच अन्य दिनों के मुकाबले काफी कम हुई, लेकिन पुलिसकर्मी, वकील, तमाम हेल्थ वर्कर, छात्र व्यापारी, ड्राइवर, कंकरखेड़ा थाने का सिपाही, आधा दर्जन ज्वैलर्स संक्रमित हुए हैं। इसके अलावा मवाना सीएमओ ने बताया कि इस वक्त 1598 एक्टिव केस चल रहे हैं।
जबकि 571 लोग होम आइसोलेट किये गए हैं। अब तक 4490 लोग पूरी तरह से ठीक होकर घर जा चुके हैं। मेरठ में अब तक 209731 लोगों की जांच हो चुकी है जिसमें 201476 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
मेडिकल के कोरोना वार्ड में नौ मरीजों की मौत
लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ के कोविड अस्पताल में अत्यंत गंभीर रूप से बीमार नौ पॉजिटिव रोगियों की मृत्यु हो गई।
नोडल अधिकारी डा. तुंगवीर सिंह ने बताया कि मुकुल जैन पुरुष आयु 57 वर्ष निवासी सिविल लाइंस मेरठ, सुनीता महिला आयु 47 वर्ष निवासी डबरा टीकरी जिला बागपत, राजेश महिला आयु 52 वर्ष निवासी अंबेडकरनगर रिठानी थाना परतापुर मेरठ, सुषमा जैन पत्नी उमेश आयु 50 वर्ष निवासी जैन मोहल्ला बागपत, कमला देवी महिला आयु 66 वर्ष निवासी रोशन पुरी फेज-2 पल्लवपुरम मेरठ, भूम सिंह पुरुष आयु 68 वर्ष पुत्र पदम सिंह निवासी केकरी जिला अजमेर राजस्थान, ओमदत्त पुरुष आयु 64 वर्ष पुत्र दयाराम निवासी अतरौली पिलखुआ जिला हापुड़, बाला महिला आयु 65 वर्ष पत्नी जयप्रकाश निवासी सुनारों की धर्मशाला ब्रह्मपुरी मेरठ और धर्म प्रकाश पुरुष आयु 73 वर्ष पुत्र जय प्रकाश निवासी रायजादियान पुरानी तहसील कोतवाली मेरठ की मौत हो गई।
मेडिकल में मौतों की संख्या को लेकर विश्लेषण
मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा कोविड-19 अस्पताल में रोगियों की चिकित्सा एवं सेवा व्यवस्था के पूरे चाक-चौबंद इंतजाम किए जाने के बावजूद मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बल्कि पिछले 10-12 दिन में मौतों की पुन: संख्या बढ़ने लगी है।
मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य प्रो. डा. ज्ञानेंद्र कुमार के निर्देश पर कॉलेज प्रबंधन के सभी बड़े अधिकारियों ने बढ़ रही मौतों के कारणों का विश्लेषण करने के लिए विचार मंथन किया।
नोडल अधिकारी डा. तुंगवीर सिंह ने बताया कि सितंबर माह में अब तक कुल 60 मौतें हुई हैं। दो रोगियों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया है।
इन 60 लोगों में से 20 अर्थात एक तिहाई रोगियों की मृत्यु अस्पताल पहुंचने के 12 घंटे के अंदर ही हो गई। जबकि कुल 29 अर्थात लगभग आधे रोगी 24 घंटे के अंदर ही मृत्यु को प्राप्त हुए। और कुल 40 अर्थात दो तिहाई रोगियों की मृत्यु 48 घंटे के अंदर हो गई।
गंभीर रोगियों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली एंटी वायरल तथा एंटीबॉयोटिक दवाओं को अपना असर दिखाने के लिए आमतौर पर 48 घंटे का समय अवश्य चाहिए। यदि यह रोगी रोग के लक्षण शुरू होने के बाद जल्दी ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल आ जाते तो संभवत: उनमें से काफी लोगों को बचाया जा सकता था।
इस अवधि में मेरठ जिले के कुल 29 रोगियों की मृत्यु हुई है। इनमें से 14 रोगी पहले मेरठ के दूसरे प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती रहे। बाद में हालत गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज मेरठ भेजे गए। मेरठ के अतिरिक्त दूसरे जिलों से आने वाले कुल 33 रोगियों की मृत्यु हुई है।
इनमें से पांच रोगी सीधे मेडिकल कॉलेज आए थे और 13 रोगी पहले मेरठ के ही दूसरे प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती किए गए थे और हालत गंभीर होने पर उनको मेडिकल कॉलेज मेरठ भेजा गया। कुल 12 रोगियों को उन जिलों के सीएमओ द्वारा मेडिकल कालेज रेफर किया गया।