- चारों ओर बिखरने लगी मेरठ की गजक और रेवड़ी की खुशबू
जनवाणी संवाददाता
मेरठ:लो आई गई लोहड़ी गुरुवार को गिद्दा होगा और ढोल नगाड़े बजेंगे। भांगड़ा पर मुण्डे-कुड़ी थिरकेंगे। अग्नि के चारों ओर घूमकर धमाल होगा। लोहड़ी और मकर संक्रांति को लेकर शहर के बाजार सज चुके है। लोहड़ी पंजाबियोें का खास उत्सव है। वहीं 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा जिसकों लेकर भी तैयारियां जोरों पर है।
लोहड़ी और मकर संक्रांति का त्यौहार हो और गजक, रेवड़ी का नाम लोगों की जुबान पर न आए यह तो हो ही नहीं सकता। लोहड़ी और मकर संक्रांति के पर्व के चलते इस समय इसकी डिमांड और अधिक बढ़ गई है। क्योंकि दोनों ही त्योहारों पर गजक और रेवड़ी खरीदना शुभ माना जाता है।
बता दें कि लोहड़ी पर्व को लेकर बाजार में रौनक होने लगी है। लोगों ने मूंगफली, रेवड़ी और गजक की खरीदारी भी शुरू कर दी है। दुकानों के अलावा सड़क के किनारे रेहड़ी पर भी मूंगफली और रेवड़ी की खूब ब्रिकी हो रही है।
मूंगफली और रेवड़ी के सुंदर आकर्षक पैक भी बाजार में उपलब्ध है। शहर में मूंगफली 120 रुपये प्रति किलो रवेड़ी 80 से 10 रुपये प्रति किलो मिल रही है। वहीं, गुड़ गजक 140 रुपये प्रति किलो तो तिल की गजक 120 से 140 रुपये किलो तक बाजार में मौजूद है।
लोहड़ी पर मंूगफली और रेवड़ी की सबसे अधिक ब्रिकी होती है। इसके अलावा पॉपकॉर्न भी लोग खूब खरीदते है। वहीं, मकर संक्रांति के बाद खरमास समाप्त हो रहा है और फिर से शहर में सहालग की धूम सुनाई देने लगेगी।
हालांकि कोरोना की वजह से शादियों में अब रौनक कम दिखाई देगी मगर होली तक अब जमकर शादियां होगी। मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की पपंरपरा के साथ ही दान करने का भी महत्व माना जाता है।