- घोपला के जंगलों से सड़क पर आ गया था हिरन
- लोगों की मदद से वन विभाग की टीम ने संजय बन भेजा
- डीएफओ का इंकार, लोग बोले-जंगली बिल्ली नहीं तेंदुआ ही है
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जंगल छोड़कर जंगली पशु व हिंसक पशु आबादी में मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं। गुरुवार को मवाना रोड के मीनाक्षीपुरम इलाके में तेंदुआ तथा परतापुर के घोपला में हिरन दिखाई दिया। तेंदुआ नजर आने के बाद मीनाक्षीपुरम की तमाम कालोनियों में दहशत का माहौल है। जिस सोसाइटी में तेंदुआ दिखाई दिया है वहां सोसाइटी की कमेटी के अध्यक्ष सुधीर गर्ग ने लोगों से घरों में रहने तथा ईवनिंग व मार्निंग वॉक से परहेज बरतने का भी आग्रह किया है।
तेंदुआ नजर आने की खबर मिलने के बाद दिन में वहां पर वन विभाग की एक टीम भी पहुंची। हालांकि डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि जो पशु सीसीटीवी में नजर आ रहा है, वह तेंदुआ नहीं है। जंगली बिल्ली प्रजाति का कोई अन्य पशु हो सकता है। सीसीटीवी में जो पशु कैद हुआ है लोग उसको तेंदुआ ही बता रहे हैं। मीनाक्षीपुरम निवासी व्यापारी नेता लोकेश अग्रवाल ने कहा कि वन विभाग के अफसर अपना पिंड छुडाने की वजह से इस प्रकार की बात कर रहे हैं। वह निश्चित रूप से तेंदुआ ही नजर आता है।
बेहतर यही होगा कि जो पशु सीसीटीवी में कैद हुआ है वन विभाग के अधिकारी उसको पकड़ने का काम कराए। उल्लेखनीय है कि मीनाक्षी पुरम इलाके में पूर्व में भी एक न्यायिक अधिकारी के यहां तेंदुआ सीसीटीवी में कैद हुआ था। उनके यहां लगातार कई दिन तक सीसीटीवी में वह नजर आया। वहीं दूसरी ओर गुरूवार को परतापुर थाना के घोपला इलाके में गुरुवार सुबह एक हिरन जंगल छोड़कर रोड पर जा पहुंचा। इस हिरन को देखकर आवारा कुत्ते उसके पीछे लग लग गए।
कुत्तों से बचने के लिए घबराहट में यह हिरन अचानक नाले में जा गिरा। उसको नाले में गिरा हुआ देखकर लोगों ने वन विभाग के अफसरों को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने इस हिरन को नाले से निकाला। वहां से उसको दिल्ली रोड स्थित संजय वन भेज दिया।