जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: दिल्ली में सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (SIDM) की ओर से आयोजित एमएसएमई (MSME)कॉन्क्लेव में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे।
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय निर्यात को बढ़ावा देना भारत सरकार का प्राथमिक एजेंडा है, ताकि भारत आने वाले समय में कुल आयातक के बजाय कुल निर्यातक बन सके।
उन्होंने कहा कि भारतीय निर्यात को बढ़ावा देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत जल्द ही निर्यातक देशों की सूची में नंबर एक पर होगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2024-25 तक 35,000 करोड़ रुपये के निर्यात लक्ष्य को हासिल करना है।
MSME ने डिफेंस सेक्टर में अहम भूमिका निभाई
राजनाथ सिंह ने कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा- एमएसएमई हमारे डिफेंस सेक्टर में पहले से अहम भूमिका निभा रही है। इस तरह के कार्यक्रम से रक्षा क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि कुछ सदस्य के साथ शुरू हुआ एसआईडीएम परिवार, आज 500 सदस्यों का आंकड़ा पार कर चुका है।
कई नीतिगत बदलाव किए गए
भारत सरकार ने हाल ही में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र विशेष रूप से एमएसएमई की क्षमताओं का उपयोग करके ‘मेक इन इंडिया’ के तहत देश में डिफेंस और एयरोस्पेस इक्युप्मेंट के स्वदेशी डिजाइन विकसित करने और तैयार करने के लिए कई नीतिगत पहल में सुधार किए हैं।