नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। पहलगाम हमले के बाद से यह चर्चा जोरों पर है कि भारत सरकार और सेना जल्द ही हमले के गुनहगारों को सख्त सबक सिखाने के लिए एक बड़ी कार्रवाई करने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस बारे में पहले ही बयान दे चुके हैं, जिसके बाद से अटकलों का बाजार फिर से गरम हो गया है। अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि भारत सरकार और सेना आगे क्या कदम उठाने वाली हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार सुबह आर्मी चीफ के साथ बैठक करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक बैठक करने उनके पास गए हैं। सरकार और सेना की जारी गतिविधियों के मद्देनजर यह संभावना जताई जा रही है कि पाकिस्तान पोषित आतंकियों और पीओके में आतंकियों के अड्डों पर बड़ी कार्रवाई की रणनीति अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। किसी भी समय भारतीय सेना एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई को अंजाम दे सकती है।
पीएम मोदी और रक्षामंत्री ने की बैठक
पहलगाम हमले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के देश को दिए आश्वासन के बाद पीएम मोदी , रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह की हर गतिविधी पर नजरें हैं। इसी क्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सुबह आमी चीफ के साथ एक बैठक की , जिसकी जानकारी देने के लिए बाद में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे। दोनों के बीच करीब 40 मिनट तक मंथन बैठक हुई। बताया जा रहा है कि सेना की स्थिति और रणनीति को लेकर पीएम मोदी को जानकारी दी गई है।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में भी किया पहलगाम हमले का जिक्र
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में भी पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का जिक्र किया था। हालांकि हमले के बाद से ही सेना सक्रिय होकर घाटी में आतंकियों और उनके पनाहगारों के खिलाफ शिकंजा कसने का अभियान चलाए हुए हैं। पिछले 3 दिनों में घाटी से करीब 1500 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं कुछ लोगों को नजरबंद किए जाने की भी खबर है।