जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर फिलहाल चौदह दिन काम बंद रहने वाला है। इस दौरान एक्सप्रेस-वे पर कोई काम नहीं चलेगा। क्योंकि एक्सप्रेस-वे के तीन श्रमिक कोरोना पॉजिटिव निकले थे, जिसके बाद ही यह निर्णय लिया गया है।
एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर आ रही तमाम अडचन को देखते हुए नहीं लगता कि एक्सप्रेस-वे का कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण हो पाएगा। पहले ही एक्सप्रेस-वे के निर्माण में अनके बाधाएं आ रही है।
जहां मुआवजे के मुद्दे को लेकर किसान आंदोलित है। किसान भी काम नहीं करने दे रहे हैं। इससे पहले लॉकडाउन के चलते एक्सप्रेस-वे का कार्य प्रभावित हुआ था। पहले ही श्रमिकों का संकट बना हुआ है।
अब फिर से श्रमिकों के कोरोना की चपेट में आने से स्थिति फिर से बदल गई है। लॉकडाउन के बाद उम्मीद थी कि एक्सप्रेस-वे पर तेजी से काम चलेगा।
इस बात को एनएचएआई के अधिकारी भी मान रहे थे कि अब निर्माण कार्य तेजी से चलेगा, लेकिन अब कोरोना की जांच हुई तो तीन श्रमिकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। इसके बाद से ही काम बंद हो गया है। एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि चौदह दिन एक्सप्रेस-वे का काम बंद रहेगा।
एक्सप्रेस-वे के निर्माण में जुटे सभी कर्मचारियों का पहले कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। जैसे ही टेस्ट रिपोर्ट आएगी, उसके बाद ही काम चालू किया जाएगा।
फिलहाल चौदह दिन के लिए निर्माण पर ब्रेक लग गया है। यही नहीं, बारिश के चलते भी मिट्टी का काम भी बंद पड़ा हुआ है। मिट्टी एनएचएआई को नहीं मिल पा रही है।
किसानों ने अपने खेतों में फसल बो दी है, ऐसे में मिट्टी को लेकर भी दिक्कत पैदा हो रही है। एनएचएआई ने डीएम अनिल ढींगरा से भी मिट्टी दिलाने की मांग की थी, जिसके बाद ही डीएम ने नगर निगम के तालाबों की खुदाई कर मिट्टी उठाने के लिए कहा गया था।
नगर निगम ने अपने तालाबों की स्थिति देखी थी, जिसके बाद एनएचएआई की टीम भी भी पहुंची थी, मगर बारिश के दौरान जो भी तालाब है, वो पानी से लबालब है। ऐसी स्थिति में वहां से मिट्टी का उठान संभव नहीं है। अब मिट्टी को लेकर लाले पड़ गए हैं। बड़ी दिक्कत मिट्टी को लेकर एक्सप्रेस-वे को आ रही है।
Good decision