- बिजली के तार बने जी का जंजाल, बिजली के तारों ने राहत के साथ-साथ बढ़ा दी परेशानी
- तंग गली के बीच से गुजर रहे विद्युत तार बने मुसीबत
- हाइवोल्टेज तार कभी भी बना सकते हैं अपना शिकार
मनोज राठी |
गंगानगर/मेरठ: एक ओर बिजली विभाग शहर में सुचारु आपूर्ति सुविधाएं मुहैया करवाने का दावा करता है, वहीं दूसरी ओर गलियों के बीच लटकते बिजली तार व आवागमन में बाधा बने पोल बदलने की जहमत तक नहीं उठाई जा रही।
जर्जर खंभों की अनदेखी किसी भी समय बड़े हादसे का कारण बन सकती है। बार-बार निगम अधिकारियों को इस बारे में सूचित करने पर भी कोई समाधान नहीं किया जा रहा, जिससे लोगों में आक्रोश है। शहर में झूलते विद्युत तार जानलेवा बन रहे हैं। आए दिन टूटने वाले तारों को लेकर परेशान लोगों की शिकायतों को भी विभाग नजर अंदाज करता आ रहा है।
ऐसा लगता है कि शायद उन्हें हादसों का इंतजार है। कई जगहों पर इस तरह के दृश्य देखे जा सकते हैं। शहर में कहीं भी तारों के नीचे जालियां तक नहीं है।
गंगानगर में एनएच-119 स्थित पीएनटी कॉलोनी के समीप सड़क किनारे लोहे का बिजली का खंभा हादसों का सबब बना है। वहीं, स्थानीय कसेरू बक्सर की वाल्मीकि गली वार्ड-24 में विद्युत तारों का जंजाल बना है। एनएच-119 से गुजर रही हाइटेंशन लाइन भी जालियों के बगैर हैं।
यहां से रोज हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं की गई। वहीं, शहर भर में बिजली का तार जी का जंजाल बन कर दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है। शहर की तंग गली मोहल्लों की बात छोड़िए, शहर के मुख्य सड़क के किनारे स्थापित किये गए विद्युत पोल से लोगों द्वारा लिया गया विद्युत कनेक्शन के कारण बिजली तारों का जाल बना हुआ है। अधिकांश गली-मोहल्लों में बेतरतीब तरीके से बिजली के तार घरों तक पहुंचे हैं।
पोल से खींची गई तार गली मोहल्लों में नीचे तक झूल रहे हैं। जिससे बिजली के तारों का जाल बना हुआ है। शहर के कसेरू बक्सर, गंगानगर, अम्हेड़ा रोड सहित दर्जनों मोहल्लों में बिजली के तार को इस प्रकार अपने घरों में ले जाकर जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है।
इस व्यवस्था से कभी भी जान आफत में पड़ सकती है। इस दिशा में की जा रही विभाग की लापरवाही से किसी भी समय घटित होने वाली घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है। बिजली विभाग की लापरवाही से तारों के मकड़जाल से अवैध कनेक्शन वाले मौज कर रहे हैं।
वैध विद्युत उपभोक्ता जहां कनेक्शन लेने से लेकर हर माह बिजली बिल के रूप में अच्छी खासी रकम विभाग को राजस्व के रूप में देते हैं, वहीं बिजली के इस मकड़जाल की आड़ मे कई लोगों ने अवैध रूप से अपने घरों तक बिजली ले रखी है। वे बिना बिजली बिल अदा किए और कनेक्शन चार्ज चुकाए बिजली का उपभोग कर रहे हैं। विभाग भी तारों के इस मकड़जाल के बीच अवैध कनेक्शन वालों को पकड़ पाने में असमर्थ है।
सिर पर झूल रही मौत, जिम्मेदार कौन?
जिले में सड़क पर निकलना मतलब जान हथेली पर रखकर घूमना है। जहां हर पल सिर पर मौत मंडराती रहती है, लेकिन हुक्मरानों को हादसों को इंतजार है। जिले में बिजली के तार हादसों को दावत दे रहे हैं। हर महीने सुविधाओं के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने का दावा किया जाता है, लेकिन हकीकत दावों को खोखला साबित कर रही है।
लोकल फॉल्ट बड़ी समस्याशहर में इन दिनों बिजली की तारें मुसीबत बनती जा रहीं हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण आंधी में लोकल फॉल्ट का होना है। शहर में ये लोकल फॉल्ट विद्युत पोलों पर तारों का जंजाल होने की वजह से हैं। तारों के जंजाल होने से लोकल फॉल्ट होते हैं, उन्हें तुरंत ठीक करना किसी खतरे से कम नहीं है। विभाग के सामने हर पल इस तरह की समस्या आती है। फिर भी विभाग है कि अपनी गलतियों से सुध नहीं लेना चाहता।
दौड़ता हजारों वोल्ट करंट
इन तारों में कुछ हाइटेंशन तो हाइवोल्टेज वाली लाइनें हैं, जिससे आम जनता को जान और माल का हमेशा खतरा बना रहता है। इन तारों में हजारों वोल्ट का करंट हर वक्त दौड़ता रहता है, जिनकी चपेट में आने से इंसान की मौके पर ही मौत हो सकती है। गंगानगर इलाके में कई हादसे हो चुके हैं। जिसमें कई लोगों को जान पड़ी।
मामला संज्ञान में नहीं है। यदि विद्युत पोल जर्जर हालत में है तो उनकी मरम्मत करा दी जाएगी और तंग गलियों में तारों के जंजाल को भी दिखवाकर ठीक करा दी जाएगी। -राकेश कुमार, एसडीओ, गंगानगर