- अवैध निर्माण को लेकर हुई कार्रवाई, जोन से हटाया, साथ ही सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने शनिवार को अवैध निर्माण कराने के जिम्मेदार मानते हुए चार जूनियर इंजीनियरों व जोन-बी के जोनल अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर दी। इनको जोन से तो हटाया ही गया। साथ ही इनकी सेवा पुस्तिका में रेड कलम चला दी। इनकी सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी है।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने यह कार्रवाई दो सप्ताह पहले जोन-बी का औचक निरीक्षण किया था, जिसमें उन्हें अवैध निर्माण की भरमार मिली थी। इसी को लेकर उपाध्यक्ष नाराज हो गए थे। इंजीनियरों से इसमें लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया था। उसी को आधार बनाते हुए उपाध्यक्ष ने इंजीनियरों पर कार्रवाई की है। बता दें, अवैध निर्माण के मामले में आठ मेट को निलंबित भी किया जा चुका हैं।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी के अनुसार जोन-बी में जेई पवन शर्मा की तैनाती के दौरान बड़ी तादाद में कालोनियों का अवैध निर्माण, व्यवसायिक अवैध निर्माण, दुकानों के अवैध निर्माण कराने की लगातार शिकायत मिली थी। इसको लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं मिला, जिसके बाद ही जेई पवन शर्मा के कार्यों की भर्त्सना की गई तथा उनकी सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी।
इन पर अवैध निर्माणों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया। अवैध निर्माण से एमडीए को आर्थिक क्षति भी पहुंची है। इनको जोन-बी से तत्काल प्रभाव से हटा भी दिया है। इसी जोन में जेई राकेश कुमार द्वितीय पर भी अवैध निर्माण कराने का आरोप हैं। उनके खिलाफ भी सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने कहा है कि इनके क्षेत्र में सरधना बाइपास व रुड़की रोड पर अवैध निर्माण होना पाया गया।
इसके आधार पर इनको भी जोन-बी से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। इसी जोन में तैनात जेई राकेश महलवाल को भी जोन-बी से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ भी सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। आरोप है कि उन्होंने समयबद्ध प्रभावी कार्रवाई अवैध निर्माणों के खिलाफ नहीं की, जिसके आधार पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है।
इन सभी जेई को प्रवर्तन खंड से हटाकर मुख्य अभियंता के कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष के अनुसार अनिल कुमार सिंह, राकेश महलवाल, राकेश राणा, पवन शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। इसके अलावा प्रवर्तन खंड नोडल अधिकारी जोन-बी के कार्यों से अवर अभियंता विवेक शर्मा को भी हटाया गया है।
इसके अलावा जोन-बी के जोनल अधिकारी मनोज सिंह डिप्टी कलेक्टर को प्रवर्तन खंड के कार्यों से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। इन पर आरोप है कि जोन-बी के पर्यवेक्षणीय दायित्व का ये जिम्मेदारी के साथ निर्वहन नहीं कर पाये। इनको भी प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने अवैध निर्माण के मामले में सेवा पुस्तिका में चेतावनी दी है।
इनकी हुई तैनाती
प्रवर्तन खंड जोनल अधिकारी जोन-बी की नई जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता राजीव सिंह को दी गई है। राजीव सिंह अपनी पहले दी गई जिम्मेदारियों के साथ जोन-बी के जोनल अधिकारी की जिम्मेदारी भी निभायेंगे।
मनोज पर भी गिरी गाज
जोन-डी -4 में तैनात जेई मनोज सिसौदिया पर भी कार्रवाई की गाज गिरा दी। बताया गया कि बिना बताए छुट्टी पर चले गए तथा इसका जवाब भी संतोषजनक नहीं मिला। इसके बाद ही उनके खिलाफ भी सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। अवकाश की लिखित में अनुमति नहीं लेने पर यह कार्रवाई की गई है।