नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। प्रत्येक महीने में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि में प्रदोष व्रत रखा जाता है। वहीं, अब कार्तिक माह चल रहा है। बताया जा रहा है कि, इस बार प्रदोष व्रत 24 नवंबर को रखा जाएगा। इस व्रत को शुक्र प्रदोष भी कहा जाता है। सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि दोषों से मुक्ति पाने के लिए प्रदोष व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म शास्त्रों में प्रदोष व्रत को खास महत्व दिया गया है। इस दिन शिव जी के भक्त व्रत रखते हैं और प्रदोष काल में शिव शंकर और माता पार्वती की पूजा करते हैं।
बताया जाता है कि, इस दिन व्रत और पूजन करने से भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं। तो चलिए जानते हैं इस बार पड़ने वाले शुक्र प्रदोष व्रत की तिथि, मूहुर्त के बारे में…
शुक्र प्रदोष व्रत 2023 तिथि
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 24 नवंबर दिन शुक्रवार को शाम 7 बजकर 06 मिनट पर हो रही है। अगले दिन 25 नवंबर दिन शनिवार को शाम 5 बजकर 22 मिनट पर इसका समापन होगा। प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय की जाती है इसलिए नवंबर का अंतिम प्रदोष व्रत 24 नवंबर को ही रखा जाएगा।
शुक्र प्रदोष व्रत 2023 पूजन मुहूर्त
24 नवंबर को प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07 बजकर 06 मिनट से लेकर 08 बजकर 06 मिनट तक है। इस दिन आपको शिव पूजा के लिए 1 घंटे का समय प्राप्त हो रहा है।
शुक्र प्रदोष व्रत 2023 का महत्व
प्रदोष व्रत वाले दिन शाम के समय यानी प्रदोष काल में शिव जी की पूजा की जाती है। इस दौरान की गयी सभी प्रकार प्रार्थनाएं और पूजा सफल मानी जाती हैं। शुक्र प्रदोष व्रत को शास्त्रों में शुभ फलदायी माना गया है। इस व्रत को करने से रोग, ग्रह दोष, कष्ट, पाप आदि से मुक्ति मिलती है। साथ ही नि:संतान लोगों को संतान की भी प्राप्ति होती है।