जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मोदीपुरम की जनता कॉलोनी में बीती हुई घटना ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया। शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग में छह परिवार बुरी तरह झुलस गए थे। इसमें जहां चार मासूम बच्चे थे तो वहीं उनके माता पिता भी झुलसे हुए हैं। आनन फानन में सभी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान चारो मासूम बच्चे जिंदगी की जंग हार गए। इनके माता पिता अभी भी जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं। जिसमें मां की हालत बेहद गंभीर है उसको दिल्ली भर्ती कराया जा चुका है।
दूसरी ओर घटना स्थल पर जिलाधिकारी और एसएसपी ने पहुंच कर हादसे की जानकारी ली। अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने सिटी मजिस्ट्रेट से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि मुजफ्फरनगर जिले के सिखेड़ा गांव निवासी जॉनी काफी दिनों से परिवार के संग मोदीपुरम की जनता कॉलोनी में किराए के मकान में रहते हैं। बीते शनिवार की शाम को उनके बच्चे सारिका (10), निहारिका (8), गोलू (6) और कल्लू (5) कमरे में थे। जॉनी अपनी पत्नी बबीता के साथ रसोई में था।
बताया गया कि कमरे में बिस्तर पर एक्सटेंशन बोर्ड रखा था। बच्चे मोबाइल का चार्जर बिजली के बोर्ड में लगा रहे थे। चार्जर लगाने के दौरान शॉर्ट सर्किट हो गया। तारों में आग लगने से मोबाइल में धमाका हुआ और बिस्तर में आग लग गई। आग से घिरे बच्चों ने चिल्लाना शुरू कर दिया।
वहीं, धमाके व बच्चों का शोर सुनकर जॉनी व बबीता ने बच्चों को आग से झुलसी हालत में बाहर निकाला। बच्चों को बचाने के दौरान बबीता व जॉनी भी बुरी तरह झुलस गए। अस्पताल में उपचार के दौरान चारों बच्चों की मौत हो गई, जबकि बबीता की हालत चिंताजनक बनी हुई है। उसे दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जॉनी का इलाज मेडिकल कॉलेज के बर्न वार्ड में चल रहा है।