जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: विकास भवन सभागार में स्कूलों में समर कैम्प आयोजित कराने के लिए प्रधानाचार्यों के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें डीएम डॉ. वीके सिंह ने कहा कि 21 मई से 10 जून तक विद्यालयों में नई खोज, खेल-खेल में सीखने के लिए समर कैम्प का आयोजन किया जाए। जिससे विद्यार्थी नियमित पढ़ाई से भिन्न रोचक गतिविधियों का आनंद ले सकें। समर कैम्प के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच विकसित करना, विद्यार्थियों में टीम वर्क, आत्मविश्वास एवं जीवन कौशल का विकास करना, विद्यार्थियों में सामाजिक, सांस्कृतिक मूल्यों की समझ विकसित करना, ग्रीष्मावकाश में खेलकूद, कला, विज्ञान और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों का समग्र विकास करना है। समर कैम्प में आ रही समस्याओं का निराकरण जनपदीय समिति द्वारा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा समर कैम्प के गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की जायेगी। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार, एडीआईओएस कृष्ण कुमार, एडीआईओएस डॉ. पारुल वर्मा, बीएसए आशा चौधरी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
सीएमओ बने शिक्षक, बच्चों से सुने पहाड़े
मेरठ (जनवाणी): मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कटारिया गुरुवार को शिक्षक की भूमिका में नजर आए। उन्होंने फफूंडा के जूनियर हाईस्कूल में बच्चों से न सिर्फ पहाड़े सुने बल्कि उन्हें सामान्य ज्ञान के टिप्स व स्वस्थ्य रहने की सलाह दी। दरअसल सीएमओ डा. अशोक कटारिया गुरुवार को फफूंडा के प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र का निरीक्षण करने गए थे। अस्पताल के निरीक्षण के बाद वह सीधा गांव के जूनियर हाईस्कूल पहुंचे। उन्होंने कक्षा छह के बच्चों से आठ का पहाड़ा सुना। छात्र ने पहाड़ा सही सुनाया। उन्होंने बच्चों से सामान्य ज्ञान के कई प्रश्न पूछे। इसके बाद उन्होंने बच्चों को सामान्य ज्ञान के टिप्स दिए। उन्होंने स्कूल के शिक्षकों से बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि कोई बच्चा ऐसा तो नहीं जो बार-बार बीमार हो रहा है, किसी को जल्दी जल्दी बुखार तो नहीं होता। उन्होंने बच्चों को धूप में न खेलने, भरपूर पानी पीने, स्कूल भरपेट नाश्ता करके आने को कहा। उन्होंने कहा कि बच्चे घर जाकर एक दम ठंडा पानी न पियें और घर पहुंचते ही नहाये नहीं। इससे वे बीमार हो सकते हैं। कम से कम 15-20 मिनट रुककर नहाने की सलाह दी। उन्होंने बीमार होने पर सरकारी अस्पताल में चिकित्सक को दिखाने की सलाह भी दी।