- पल्हैड़ा में भाजपा नेता का अवैध कॉम्प्लेक्स का मामला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अवैध कॉम्प्लेक्स को लेकर भाजपा किसान मोर्चे के जिला महामंत्री विक्रांत चौधरी की मुश्किलें कम होने वाली नहीं हैं। इस अवैध कॉम्प्लेक्स को तोड़ने के आदेश मेरठ विकास प्राधिकरण पहले ही कर चुका है, लेकिन अब 24 को फिर से इसकी सुनवाई डीएम दीपक मीणा करेंगे। क्योंकि जहां पर शिक्षण संस्थान खुलना चाहिए था, वहां पर विक्रांत चौधरी ने राजनीतिक रसूख के चलते व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर डाला।
इस कॉम्प्लेक्स का कोई मानचित्र भी स्वीकृत नहीं हैं। मेरठ विकास प्राधिकरण इसका संज्ञान लेते हुए पहले ही ध्वस्तीकरण के आदेश कर चुका हैं, जिसके बाद ध्वस्तीकरण तो नहीं हुआ, लेकिन विक्रांत चौधरी राजनीतिक रसूख के चलते शासन स्तर से एक आदेश यह कराने में कामयाब हो गए की कॉम्प्लेक्स का भू-उपयोग चेंज किया जाए। अब तक भू-उपयोग एजुकेशन था, जिसको व्यवसायिक में भू-परिवर्तन करने की मांग की गई।
शासन स्तर से इसमें एक पत्र जारी हुआ हैं। पत्र मेरठ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष को भेजा गया, जिसमें कहा गया कि यह भू-उपयोग परिवर्तन किया जाए या फिर नहीं? यह प्राधिकरण उपाध्यक्ष तय करेंगे। अब फिर से भू-उपयोग परिवर्तन होगा या फिर कांपलेक्स को तोड़ा जाएगा। इसकी सुनवाई 24 अगस्त को डीएम दीपक मीणा करेंगे।
माना जा रहा है कि विक्रांत चौधरी की मुश्किलें कम होने वाली नहीं है। क्योंकि भू-उपयोग चेंज करना आसान बात नहीं है। बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा, फिर शासन स्तर से ही इसमें कोई निर्णय लिया जा सकता हैं। दरअसल, कई दिनों से भाजपा नेता विक्रांत चौधरी का अवैध कॉम्प्लेक्स सुर्खियों में बना हुआ हैं।
मीडिया में भी ये सुर्खियों में बना हुआ हैं। भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम ने भी इसकी शिकायत कर अवैध कॉम्प्लेक्स को ध्वस्त करने की मांग की हैं। अब देखना यह है कि ये अवैध कॉम्प्लेक्स को गिराया जाता है या फिर नहीं।