नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। हिंदू धर्म में सभी त्योहारो को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इनमें से ही एक है बसंत पंचमी का त्योहार। यह त्योहार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन ज्ञान, विद्या, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। वसंत पंचमी को ऋतु परिवर्तन और वसंत के आगमन के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, जिन्हें ज्ञान, बुद्धि और संगीत की देवी माना जाता है। विशेष रूप से विद्यार्थी और कलाकार इस दिन मां सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार वसंत पंचमी के दिन पीले या सफेद वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है, क्योंकि ये रंग ज्ञान, प्रकाश और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होते हैं। ऐसे में कुछ कार्य ऐसे भी बताए गए हैं, जिन्हें इस दिन करने से बचना चाहिए। यह माता सरस्वती की कृपा प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं और जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। आइए जानते हैं वसंत पंचमी के दिन कौन से कार्य नहीं करने चाहिए।
बसंत पंचमी के दिन न करें ये काम
- काले वस्त्र धारण करने से बचें- इस दिन पीला और सफेद रंग शुभ माना जाता है, जबकि काले वस्त्र पहनना वर्जित माना गया है। काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस दिन इसे धारण करने से बचना चाहिए।
- पूजा से पहले भोजन न करें- शास्त्रों के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा करने से पहले भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। जब तक पूजा समाप्त न हो जाए, तब तक उपवास रखना उचित माना जाता है।
तामसिक भोजन से परहेज करें- इस दिन सात्त्विक भोजन ग्रहण करने की परंपरा है। मांसाहार, लहसुन, प्याज और अन्य तामसिक चीजों का सेवन करना अशुभ माना जाता है। यह न केवल शरीर को बल्कि मानसिक ऊर्जा को भी प्रभावित कर सकता है।
- सरस्वती मंत्र का उच्चारण करें- माता सरस्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा के बाद “सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते” मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। इससे विद्या, बुद्धि और संगीत में प्रगति होती है।
- पेड़-पौधों की कटाई-छंटाई न करें– बसंत पंचमी के दिन से बसंत ऋतु का आगमन होता है, जो नई ऊर्जा और प्रकृति के उत्थान का संकेत है। इस दिन वृक्षों की कटाई-छंटाई करना अशुभ माना जाता है और इससे जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।