नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। भगवान गणेश का पूजन और उनके प्रति श्रद्धा विशेष रूप से किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। बुधवार का दिन भगवान गणेश के लिए विशेष होता है, और इस दिन कुछ उपाय किए जाते हैं, जैसे सिंदूर और दूर्वा चढ़ाना, यह शास्त्रों में बहुत प्रभावशाली माने गए हैं।
सिंदूर और दूर्वा को भगवान गणेश का प्रिय माना गया है, और इन्हें अर्पित करने से हर प्रकार की विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं। सिंदूर का उपयोग विशेष रूप से शुभता और समृद्धि के प्रतीक के रूप में किया जाता है, जबकि दूर्वा की पत्तियां भगवान गणेश की कृपा पाने का एक महत्वपूर्ण साधन मानी जाती हैं। इन उपायों को नियमित रूप से करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता मिलती है।
करियर में उन्नति
यदि नौकरी में बाधाएं आ रही हैं या प्रमोशन रुक गया है, तो बुधवार के दिन गणेश जी को सिंदूर और दूर्वा अर्पित करें। 21 दूर्वा लेकर उन्हें जल से शुद्ध करें और फिर गणेश जी को अर्पित करें। साथ ही, “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जप करें। यह उपाय कार्यक्षेत्र में उन्नति और सफलता प्राप्त करने में सहायक होता है।
व्यवसाय में सफलता
व्यापार में वृद्धि और आर्थिक समृद्धि के लिए बुधवार के दिन सिंदूर और दूर्वा मिश्रित जल से गणेश जी का अभिषेक करें। इसके बाद, 21 दूर्वा गणेश जी को चढ़ाकर “वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥” मंत्र का 51 बार जाप करें। यह उपाय व्यापार में आ रही रुकावटों को दूर करता है और आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है।
बच्चों की शिक्षा में सफलता
यदि बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है या परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आ रहे हैं, तो बुधवार के दिन एक लाल कपड़े में थोड़ा सा सिंदूर, 11 दूर्वा और मिश्री रखकर गणेश जी के चरणों में अर्पित करें। पूजा के बाद यह कपड़ा बच्चे के पढ़ाई वाले स्थान पर रखें। यह उपाय उनकी एकाग्रता बढ़ाने और पढ़ाई में आ रही बाधाओं को दूर करने में सहायक होगा।
भाग्य को सौभाग्य में बदलने
यदि जीवन में असफलताएं मिल रही हैं और भाग्य साथ नहीं दे रहा है, तो बुधवार के दिन गणेश जी की मूर्ति के सामने बैठकर सिंदूर मिश्रित जल से उनका अभिषेक करें। इसके बाद 21 दूर्वा अर्पित करें और घी का दीपक जलाकर भगवान गणेश की आरती करें। पूजा के बाद सिंदूर का टीका अपने माथे और नाभि पर लगाएं। यह उपाय दुर्भाग्य को दूर कर सौभाग्य को बढ़ाता है।
विवाह में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए
यदि विवाह में देरी हो रही है या रिश्ते में बार-बार अड़चनें आ रही हैं, तो बुधवार के दिन गणेश जी को सिंदूर और दूर्वा अर्पित करें। साथ ही, 5 दूर्वा की छोटी-छोटी मालाएं बनाकर गणेश जी को पहनाएं। पूजा के बाद इन दूर्वाओं में से एक दूर्वा को पीले कपड़े में बांधकर अपने तकिए के नीचे रखें और बाकी को घर के मुख्य द्वार पर रख दें। यह उपाय विवाह योग को प्रबल करता है और शीघ्र विवाह के मार्ग खोलता है। जीवन में असफलताएं मिल रही हैं और भाग्य साथ नहीं दे रहा है, तो बुधवार के दिन गणेश जी की मूर्ति के सामने बैठकर सिंदूर मिश्रित जल से उनका अभिषेक करें। इसके बाद 21 दूर्वा अर्पित करें और घी का दीपक जलाकर भगवान गणेश की आरती करें। पूजा के बाद सिंदूर का टीका अपने माथे और नाभि पर लगाएं। यह उपाय दुर्भाग्य को दूर कर सौभाग्य को बढ़ाता है।
विवाह में आ रही रुकावटों
यदि विवाह में देरी हो रही है या रिश्ते में बार-बार अड़चनें आ रही हैं, तो बुधवार के दिन गणेश जी को सिंदूर और दूर्वा अर्पित करें। साथ ही, 5 दूर्वा की छोटी-छोटी मालाएं बनाकर गणेश जी को पहनाएं। पूजा के बाद इन दूर्वाओं में से एक दूर्वा को पीले कपड़े में बांधकर अपने तकिए के नीचे रखें और बाकी को घर के मुख्य द्वार पर रख दें। यह उपाय विवाह योग को प्रबल करता है और शीघ्र विवाह के मार्ग खोलता है।