Friday, June 13, 2025
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Opration Sindoor की गूंज अंतरराष्ट्रीय मंचों पर, Washington Post ने भी उजागर किया पाकिस्तान का सच

नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की धमक अब केवल उपमहाद्वीप तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। पाकिस्तान को मिली करारी शिकस्त के बाद उसके झूठे दावों की परतें एक-एक कर खुलने लगी हैं।

पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह दुष्प्रचार किया था कि उसे भारत के जवाबी हमलों में कोई नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, भारत ने सैटेलाइट इमेज और ठोस प्रमाणों के साथ पाकिस्तान के दावों को झूठा साबित कर दिया।

वॉशिंगटन ने भी पाकिस्तान की सच्चाई उजागर की

अब अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने भी अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तान की सच्चाई उजागर की है। रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमलों में पाकिस्तान के कम से कम छह एयरबेसों को नुकसान पहुंचा, जिनमें रनवे और सैन्य संरचनाएं शामिल हैं।

दरअसल, विशेषज्ञों ने इस ऑपरेशन को भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से चल रहे संघर्ष में एक निर्णायक मोड़ बताया है। रिपोर्ट में दो दर्जन से अधिक सैटेलाइट इमेज और हमले के बाद के वीडियो फुटेज का हवाला देते हुए कहा गया कि तीन हैंगर, दो रनवे और दो मोबाइल इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुईं।

रिपोर्ट यह भी दर्शाती है कि भारत के हमले पाकिस्तान की सीमा में 100 मील तक भीतर किए गए, जिससे स्पष्ट है कि यह ऑपरेशन सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि सामरिक रूप से भी बेहद सटीक और प्रभावशाली था।

इससे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स और अब वॉशिंगटन पोस्ट जैसी अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थाओं द्वारा पाकिस्तान की पोल खोले जाने से साफ है कि दुनिया अब भारत के सख्त रुख को समझ रही है और आतंक के खिलाफ उसकी कार्रवाई को न्यायसंगत मान रही है।

कैसे पाकिस्तान का हुआ पर्दाफाश?

  • किंग्स कॉलेज लंदन में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के वरिष्ठ व्याख्याता और दक्षिण एशियाई सुरक्षा मुद्दों के विशेषज्ञ वाल्टर लैडविग के मुताबिक, हमले 1971 की जंग के बाद से पाकिस्तानी सैन्य ढांचे पर सबसे बड़े पैमाने पर भारतीय हवाई हमले थे।
  • कॉन्टेस्टेड ग्राउंड के भू-स्थानिक विश्लेषक विलियम गुडहिंड ने कहा कि सटीक हमलों में हाईप्रोफाइल लक्ष्यों को निशाना बनाया गया, जिसका मकसद पाकिस्तान की आक्रामक और रक्षात्मक हवाई क्षमताओं को गंभीर रूप से चोट पहुंचाना और उसे कम करना था। कॉन्टेस्टेड ग्राउंड एक शोध परियोजना है, जो सशस्त्र टकराव को ट्रैक करने के लिए उपग्रह इमेजरी का इस्तेमाल करती है।
  • मिडिलबरी कॉलेज में पूर्वी एशिया अप्रसार कार्यक्रम के निदेशक जेफरी लुईस ने आकलन किया कि हवाई ठिकानों को कुछ नुकसान हुआ है, लेकिन इतना नहीं कि वे काम करने की हालत में ही न बचे हों।
  • यूनिवर्सिटी एट अल्बानी में एसोसिएट प्रोफेसर और भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता पर एक किताब के लेखक क्रिस्टोफर क्लेरी ने कहा, ‘सैटेलाइट से मिले सबूतों से इस दावे की पुष्टि होती है कि भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान में कई ठिकानों पर पाकिस्तानी वायु सेना को करारी चोट पहुंचाई है। हालांकि, मेरे विचार में यह विनाशकारी तो नहीं, लेकिन नुकसानदायक तो है।

भारत ने पाकिस्तान के कितने सैन्य ठिकानों पर प्रहार किया?

पाकिस्तान की आक्रामक और बेतुके हमलों के बाद भारत ने पाकिस्तान में 14 सैन्य ठिकानों पर हमला करने का दावा किया, जिसमें वे स्थान भी शामिल हैं, जहां वॉशिंगटन पोस्ट ने नुकसान की पुष्टि की है। भारत ने अपनी कार्रवाई को नापाजोखा और सुनियोजित बताया।

कहां-कहां हुआ नुकसान?

  • इस्लामाबाद के ठीक बाहर रावलपिंडी में नूर खान एयर बेस पर दो मोबाइल कंट्रोल सेंटर बर्बाद हो गए। गुडहिंद ने सैटेलाइट इमेजरी की समीक्षा करने के बाद कहा पाया कि क्षतिग्रस्त क्षेत्र से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया। एक अन्य सैन्य शोधकर्ता ने कहा कि नूर खान एयर बेस पाकिस्तान के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सेना का केंद्रीय परिवहन केंद्र है। यह बेस स्ट्रैटेजिक प्लान्स डिवीजन के भी करीब है, जो देश के 170 परमाणु हथियारों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार इकाई है। सेना का जनरल हेडक्वार्टर और ज्वाइंट स्टाफ हेडक्वार्टर भी नूर खान के पास रावलपिंडी में स्थित है।
  • पाकिस्तानी वायु सेना के भोलारी और शाहबाज एयर बेस पर सैटेलाइट इमेजरी ने विमान हैंगर के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली इमारतों को गंभीर नुकसान दिखाया।
  • भोलारी में एक हैंगर की छत में लगभग 60 फीट चौड़ा एक बड़ा छेद दिखाई दिया। इस बारे में विशेषज्ञों ने कहा कि यह मिसाइल की वजह से हुआ होगा। बाहर फुटपाथ पर भी मलबा बिखरा हुआ था और एक दीवार बगल की इमारत पर गिर गई थी।
  • ऐसे ही शाहबाज एयर बेस पर उपग्रह इमेजरी ने एक हैंगर में एक और बड़ा छेद दिखाया, जो 100 फीट से अधिक चौड़ा था। यहां एक नियंत्रण टावर को भी नुकसान पहुंचा था।
  • गुडहिंद के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व में सुक्कुर हवाई अड्डे पर एक और हैंगर हमले में ढह गया और एक रडार साइट नष्ट हो गई। ।
  • वॉशिंगटन पोस्ट की ओर से की गई इमेजरी समीक्षा के मुताबिक, भारतीय हमलों ने मुशफ एयर बेस और शेख जायद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे पर बड़े गड्ढे कर दिए। सैटेलाइट फर्म प्लैनेट और मैक्सार की तस्वीरों के अनुसार, मुशफ में गड्ढे अगले दिन तक ठीक हो गए या उनकी मरम्मत शुरू कर दी गई।
  • रिपोर्ट्स के अनुसासर, शेख जायद हवाई अड्डे के रॉयल लाउंज को काफी नुकसान पहुंचा है। लैडविग ने कहा, ‘एक ही समय में पाकिस्तान में इतने सारे सैन्य ठिकानों पर हमला करना एक रणनीति को दर्शाता है। भारत ने पहले अपने हवाई अभियानों को कश्मीर या पाकिस्तान के दूरदराज के हिस्सों तक सीमित रखा था, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं। अब भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए काम कर रहा है।
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