जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले की घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ियों में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। कर्रेगुट्टा क्षेत्र में पिछले दो सप्ताह से चल रहे नक्सल-विरोधी ऑपरेशन के तहत मंगलवार देर रात सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई, जिसमें 18 से अधिक नक्सली मारे गए हैं। बता दें कि, इस क्षेत्र में कुछ शीर्ष नक्सली नेताओं और बटालियन नंबर एक की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिली थी।
ऑपरेशन पिछले 15 दिनों से लगातार चलाया जा रहा
यह ऑपरेशन पिछले 15 दिनों से लगातार चलाया जा रहा है। जिसमें कई नक्सलियों को मार गिराया जा चुका है। कर्रेगुट्टा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए तलाशी अभियान को चुनौतीपूर्ण बताया जा रहा है, लेकिन सुरक्षाबल के जवान तलाशी और गश्त अभियान चला रहे हैं।
ये टीम हैं शामिल
सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे इस संयुक्त अभियान में सीआरपीएफ, डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और एसटीएफ की टीमें शामिल थीं। मुठभेड़ के बाद क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है, और अधिकारियों का कहना है कि मारे गए नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है।
मुठभेड़ को लेकर स्थानीय पुलिस की आधिकारिक पुष्टि नहीं
हालांकि, इस मुठभेड़ को लेकर अभी तक स्थानीय पुलिस की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। कर्रेगुट्टा पहाड़ी क्षेत्र पहले भी नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है। ऐसे में सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई इस पूरे इलाके में नक्सली नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
बरामद हुए हथियार और विस्फोटक
रिपोर्ट्स के अनुसासर, मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। इसमें ऑटोमैटिक राइफल्स, देसी हथियार, ग्रेनेड और डेटोनेटर जैसे घातक सामान शामिल हैं। बरामदगी से यह संकेत मिलता है कि मारे गए नक्सली किसी बड़ी साजिश की तैयारी में थे।