जनवाणी ब्यूरो |
हरिद्वार: कलेक्ट्रेट स्थित भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पन्त सभागार में सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम सम्बन्धी जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी को डाॅ0 एचडी शाक्य, एसीएमओ ने सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम के सम्बन्ध में प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया कि सुरक्षित मातृत्व आश्वासन के तहत प्रत्येक मातृत्व व नवजात को स्तरीय स्वास्थ्य सुविधायें प्रदान करना, उच्च स्तर की मेडिकल और इमरजेंसी सेवायें प्रदत्त करना, एक जिम्मेदार हेल्थ केयर प्रणाली की शुरूआत करना, जागरूकता के लिये अन्य संस्थाओं का सहयोग लेना, एक ऐसी प्रणाली स्थापित करना, जिसमें फीडबैक के माध्यम से उसकी कमियों को दूर करना, इस स्कीम के तहत घर से हेल्थ सेण्टर तक निःशुल्क वाहन की सुविधा प्रदान करना, आपतकालीन स्थिति में एक घण्टे के अन्दर सुविधायुक्त अस्पताल में भर्ती सुविधा प्रदान करना प्रमुख है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री विनीत तोमर ने कहा कि इस स्कीम का फायदा सभी गर्भवती महिलाओं को, बच्चे के जन्म होने के छह माह बाद तक जच्चा-बच्चा को तथा सभी बीमार शिशुओं को होगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 एसके झा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को जितनी जल्दी सहायता मिल सके, उतना अच्छा है। उन्होंने कहा कि अगर बच्चा कम वजन का जन्म लेता है, तो उसकी जिम्मेदारी किसकी है। अगर गर्भवती महिलाओं का समय-समय पर टीकाकरण हो, आइरन की गोली आदि वक्त पर मिलती रहें तो कई समस्याओं का निदान पहले ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिये एएनएम आदि की महत्वपूर्ण भूमिका है।
डाॅ0 झा ने स्वास्थ्य विभाग से जुडे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे आपस में सहयोग कर कोविड-19 के साथ ही अन्य बीमारियों के इलाज में भी जी-जान से जुट जायें। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही अस्पतालों के निरीक्षण के लिये दौरा करेंगे।
बैठक में डाॅ0 पंकज जैन, एसीएमओ, डाॅ0 मनीष दत्त, वरिष्ठ रेडियोलाॅजिस्ट, डाॅ0 अमित वर्मा, डाॅ0 विनीत, सिद्धान्त मेहरा, आईईसी/बीसीसी फेसीलीटेटर, शालिनी चैहान, मेदिनी नौटियाल, जिला कोआर्डिनेटर आदि पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।