- सुरंग में हवा के लिए भी बनेंगे वेंटिलेशन डक्ट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड ट्रेन जहां पूरी तरह से आधुनिकता से कदमताल करेगी वहीं इसकी सुरंगे भी आधुनिक होंगी और इन सुरंगों में सुरक्षा के माकूल इंतजाम होंगे। इन सुरंगों में भी रैपिड अपनी पूरी रफ्तार से दौड़ेगी। रैपिड की यह सुरंगे व्यास के हिसाब से सबसे चौड़ी हैं। 180 किलोमीटर प्रति घंटे की डिजाइन गति के कारण सुरंगे 6.5 मीटर व्यास पर बनाई जा रही हैं।
गौरतलब है कि भूमिगत (अंडरग्राउंड) हिस्सों में ट्रेन के आने जाने के लिए दो समानान्तर सुरंगे बनाई जा रही हैं। इन सभी सुरंगों में रैपिड में सफर करने वाले प्रत्येक यात्री के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। रैपिड अधिकारियों के अनुसार खुदा न खास्ता कोई आपात स्थिति पैदा होती है तो यात्रियों को पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए भूमिगत हिस्सों में आपातकालीन निकास बनाने की भी तैयारी है। इसके अंतर्गत हर 250 मीटर पर एक क्रॉस पैकेज होगा।
इसके अलावा सुरंग में वेंटीलेशन के भी बंदोबस्त किए जाएंगे। हवा के वेंटीलेशन के लिए यहां वेंटीलेशन डक्ट भी बनाए जाएंगे। इन सुरंगों में साइड वॉकवे भी बनाए जाएंगे। यह साइड वॉकवे 60 से 90 सेमी चौड़े होंगे। यह साइड वॉकवे आपातकालीन समय में भी काम करेंगे। वहीं, दूसरी ओर प्राथमिक खंड पर रैपिड के संचालन की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। हालांकि अभी इसके संचालन की कोई तारीख तय नहीं है,
लेकिन एनसीआरटीसी अधिकारी इस कोशिश में हैं कि प्राथमिक खंड पर इसका संचालन मार्च के अंत अथवा अप्रैल में शुरू हो जाए। दुहाई से लेकर साहिबाबाद तक के 17 किलोमीटर लम्बे प्राथमिक खंड पर कुल पांच स्टेशन हैं जिनमें दुहाई डिपो, दुहाई, गुलधर, गाजियाबाद व साहिबाबाद शामिल हैं। एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार रैपिड इसी साल के अंत तक मेरठ शहर में प्रवेश कर जाएगी। जबकि पूरे 82 किलोमीटर के कॉरिडोर पर रैपिड रेल 2025 तक दौड़ना शुरु कर देगी।