- 450 साल पुराना है यह मंदिर, दर्शन करने से ही भर जाती है भक्तों की झोली
- मेघनाद के नाना भी करते थे यहां पूजा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ यानि पुराने जमाने का मयराष्ट्र जिसे रावण की ससुराल कहा जाता है। वैसे तो मेरठ में बड़े-बड़े सिद्धपीठ हैं, लेकिन सदर काली देवी का मंदिर एक अलग खासियत रखता है। इस मंदिर में नवरात्र के दौरान दूरदराज से लोग मां काली की पूजा-अर्चना करने आते हैं। मंदिर में नवरात्र के दौरान काफी भीड़ लगती है।बता दें कि सदर स्थित मां काली का मंदिर 450 साल पुराना है।
कहा जाता है कि मंदिर के स्थान पर पहले श्मशान हुआ करता था। यही कारण की मंदिर को श्मशान महाकाली के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर की देखरेख शुरुआत से ही बंगाली परिवार करता है। मान्यता है कि मां काली से सच्चे मन से मांगी गई मुराद जरूर पूरी होती है। सुबह के समय शृंगार के बाद मां की आरती होती है। वहीं छठे दिन मां काली की मूर्ति का आकार अन्य दिनों के मुकाबले बड़ा हो जाता है।
मां का यह स्वरूप नवमी तक रहता है और प्रत्येक शनिवार को श्रद्धालु मंदिर में मां को चुनरी और शृंगार का सामान चढ़ाते हैं। मंदिर में मनोकामना का धागा भी बांधा जाता है। मंदिर के मुख्य पुजारी सोनकेत बैनर्जी ने बताया कि मान्यता है कि यहां पहले श्मशान था। जहां लोग पूजा करने आते हैं थे, लेकिन उसके बाद यहां मां काली की मूर्ति स्थापित की गई।
मां हर लेती है भक्तों के कष्ट
यहां केवल शहर नहीं बल्कि बाहरी शहरों से भी भक्त मां के दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर में जिसने भी पूरे विधि-विधान से मां का गुणगान किया और मां की महाआरती में उनका वंदन किया। उसकी मनोकामना मां काली अवश्य पूरा करती है।
नवरात्र में होता है विशेष शृंगार
दुर्गा मां के नवरात्रों में मां काली का विशेष शृंगार किया जाता है। जिसमें पूरे मनोयोग से पूरी मंडली कार्य करती है। सुबह शृंगार के बाद आरती होती है। उसके बाद रोज सुबह 10 बजे नगाड़ों के साथ महाकाली की स्पेशल आरती होती है।
एडीजी ने मंशा देवी मंदिर की सुरक्षा का लिया जायजा
चैत्र नवरात्र और माह-ए-रमजान के चलते शहर पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में है। दोनों पर्व एक साथ होने के चलते पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी तरह की कमी नहीं छोड़ रही है। जहां एक तरफ शहर पुलिस अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार पैदल मार्च कर रही है, वहीं एडीजी राजीव सभरवाल भी शहर के मुख्य मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को परख रहे है। एडीजी राजीव सभरवाल सोमवार शाम को मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार स्थित प्राचीन मंशा देवी मंदिर की सुरक्षा का जायजा लेने पहुंचे।
नवरात्रों के दिनों में मंशा देवी मंदिर में माता के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। ऐसे में किसी तरह की कोई वारदात न हो, इसके लिए थाना पुलिस पूरी तरह चौकन्नी रहती है। एडीजी ने मंशा देवी मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था देखने के बाद थाना पुलिस को जरुरी दिशा निर्देश दिए और मंदिर के आसपास गश्त बढ़ाने को कहा। इसी के साथ उन्होंने मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ न जुटने और व्यवस्था बनाए रखने के भी निर्देश दिए।