डॉ मनोज कुमार तिवारी
वरिष्ठ परामर्शदाता
एआरटी सेंटर, एसएस हॉस्पिटल, आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी
नींद प्राणी के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। नींद से प्राणी नई ऊर्जा को ग्रहण कर कार्यों को सही ढंग से करने में सक्षम होता है, जिन व्यक्तियों की नींद पूरी नहीं होती उनकी स्थिति शराबी जैसी होती है। लंबे समय तक नींद पूरी न हो तो इससे प्राणी को गंभीर शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम हो सकता है। आज विश्व की एक बड़ी आबादी नींद की समस्या से ग्रस्त है।
अध्ययनों में पाया गया कि हर 10 में से 3 व्यक्ति नींद की समस्या से ग्रस्त है। भारत के महानगरों में निवास करने वाले 50% लोग अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं। 72% भारतीयों की रात में 3 से अधिक बाद नींद टूटती है 11% लोगों को नींद पूरी न होने के कारण अपने काम से छुट्टी लेनी पड़ती है इसके बावजूद केवल 2% लोग ही नींद की समस्या के उपचार हेतु चिकित्सक के पास जाते हैं।
शोधों में यह प्रमाणित हुआ है कि अनिद्रा अनेक बीमारियों का कारण है। पर्याप्त नींद से व्यक्ति अगले दिन अपने को ऊर्जावान अनुभव करता है जबकि आप पर्याप्त नींद लेने से व्यक्ति अपने आप को उर्जा हीन महसूस करता है। बच्चों को 17 घंटे, किशोरों को 9-10 घंटे तथा वयस्कों के लिए 6-8 घंटा सोना पर्याप्त होता है।
अनिद्रा के लक्षण
- रात में नींद न आना
- ध्यान में समस्या
- सुस्ती
- दिन में थकान रहना
- काम के समय नींद आना
- सुबह सोकर उठने पर ऊर्जावान महसूस न करना
- बार-बार नींद का टूटना
- रात में नींद खुल जाने पर दोबारा न आना
- देर से सोना एवं जल्दी उठ जाना
- भारी पलकें
- चिड़चिड़ापन
अनिद्रा के कारण होने वाले शारीरिक रोग
- मधुमेह
- उच्च रक्तचाप
- कब्ज
- बदहजमी
- एसिडिटी
- मोटापा
- महिलाओं में माहवारी से जुड़ी समस्याएं
- याददाश्त में कमी
- हार्मोन संबंधी समस्याएं
- हृदय आघात
- अस्थमा का दौरा
- मिर्गी के दौरे का जोखिम
- सूजन
- अवसाद
- मानसिक स्वास्थ संबंधी समस्याएं
नींद की समस्या के कारण
- काम का अत्यधिक दबाव
- चिंता
- भावनात्मक समस्याएं
- देर रात तक चलने वाली पार्टियां
- देर रात तक टेलीविजन देखना
- देर रात तक शोसल मीडिया पर सक्रिय रहना
- प्रतिदिन सोने के समय में परिवर्तन करना
- उच्च स्तर का तनाव
- गंभीर बिमारी
- अनियमित दिनचर्या
- शोरगुल एवं अत्यधिक प्रकाश वाली जगह सोना
- नकारात्मक विचार आना
- व्यायाम न करना
- धूम्रपान करना
- सोते वक्त मोबाइल व टेलीविजन का प्रयोग करना
- रात में अधिक भोजन करना
- दिन में सोना
- उत्तेजक दवाओं का इस्तेमाल
- नशा
- विटामिन डी की कमी
- सोने की गलत स्थितियाँ
- बिना पर्याप्त खाना खाए सोना
अच्छी नींद के उपाय
- नियमित दिनचर्या रखें
- अधिक तनाव न ले
- शरीर व मन को पर्याप्त आराम दें
- रोज एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें
- सोने से पहले कैफीन, शराब व निकोटीन न लें।
- सोने के 5 घंटे पहले व्यायाम करें
- दिन में न सोए
- सही अवस्था में लेटें
- कम प्रकाश व शांत कमरे में सोएं।
- बिस्तर पर लेटने के 20 मिनट में नींद नहीं आती है तो शवासन या रिलैक्सेशन एक्सरसाइज करें
- सोने से पहले गुनगुने पानी से स्नान करें,
- पसंदीदा संगीत सुने
- अपनी पसंद की पुस्तकें पढ़ें।
उपचार
- काउंसलिंग
- व्यवहार चिकित्सा
- संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा
- दवाएं