- गाड़ी की सर्विस में अवापोर्टर क्लीनिंग के नाम पर 2248 रुपये ग्राहक से ज्यादा वसूले
- श्री श्याम जी आटो मोटिवेट महिन्द्रा की एजेंसी पर हुई धोखाधड़ी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महिन्द्रा देश की नामचीन कंपनी हैं। इस कंपनी की साख को स्थानीय डीलर निपुल गोयल पलीता लगाने से नहीं चूक रहे हैं। कंपनी ने जो विश्वास ग्राहकों के बीच बनाने में इतना लंबा समय लगा दिया, उस विश्वास को डीलर पलभर में तोड़ रहे हैं। ऐसा दाग कंपनी की साख पर लगा रहे हैं, जो कभी मिटने वाला नहीं हैं। छोटा-सा लालच और खत्म कर दी कंपनी की बनाई गयी साख।
कुछ वैसा ही दिल्ली रोड स्थित श्री श्याम जी आटो मोटिवेट महिन्द्रा की एजेंसी पर किया जा रहा हैं। इसके डीलर निपुल गोयल हैं। धोखाधड़ी भी ऐसी की जा रही है हर कोई पकड़ भी नहीं पाता और हजारों का चूना लगा दिया जाता हैं। पार्ट्स बदले नहीं जाते, लेकिन आॅन रिकॉर्ड जब बिल बनकर आता है, उसमें पार्ट्स चेंज करने का बिल बनाकर ग्राहक के हाथ में थमा दिया जाता हैं।
ये फर्जी बिल बनाकर धोखाधड़ी करने का धंधा कब से चल रहा हैं, कुछ नहीं कहा जा सकता। महिन्द्रा के उस दावे की भी कलई खुल रही हैं, जिसमें कंपनी की तरफ से ये दावा किया जाता था कि कम लागत में सर्विस के वादे को पलीता लगाया जा रहा हैं। महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि नीचे से लेकर एजेंसी मालिक तक फर्जी बिल बनाने की सेटिंग का खेल चल रहा हैं।
महिंद्रा शोरूम पर खुली लूट की छूट चल रही है। ग्राहकों की ऐसी सेवा की जा रही है कि ग्राहकों की जेब पर सीधे डाका डाला जा रहा हैं। गैर जरूरी पार्ट्स को भी बदल दिया जाता है। यह धोखाधड़ी बहुत ही होशियारी से की जा रही है। ग्राहक को भनक नहीं लगने दी जा रही हैं। ये पार्ट्स सिर्फ फर्जी बिल बनाकर बदले जाते हैं, गाड़ी में नहीं। इस तरह के फर्जी बिल बनाकर ग्राहकों को थमाये जा रहे हैं।
इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। ये एजेंसी डीलर ग्राहकों की जेब पर एक तरह से डाका डाल रहा है। महिंद्रा की साख पर धोखाधड़ी करने की घटनाओं से बट्टा लग रहा है, लेकिन डीलर को कोई परवाह नहीं है। अंग्रेजी के ऐसे शब्दों का बिल बनाने में प्रयोग किया जाता हैं, जो आम आदमी की समझ ही नहीं आ पाता हैं। फिर ग्राहक को फर्जी बिल थमा दिया जाता है।
ग्राहक के साथ यह सीधे धोखाधड़ी डीलर के कहने पर की जा रही है। ग्राहक अब इस मामले की कंपनी में शिकायत करेगा और न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी की जा रही है। ग्राहक को जो फर्जी बिल थमाया गया है, उसमें 2248 रुपये का ज्यादा बिल बनाकर दिया गया हैं। हालांकि जब धोखाधड़ी का मामला पकड़ में आया तो डीलर ने इसमें गलती भी मान ली और लिखकर भी दिया कि अगली बार जो धोखाधड़ी की रकम वसूली गई है, उसे एडजेस्ट कर लेंगे।
यह पूरा लिखित में भी दिया हैं। इसकी प्रतिलिपि ‘जनवाणी’ के पास सुरक्षित हैं। यही नहीं, महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि धोखाधड़ी की रकम पर वसूला गया जीएसटी वापस नहीं दे पाने का वास्ता दिया। महिन्द्रा जैसी कंपनी के डीलर के शोरूम पर इस तरह की धोखाधड़ी से हरकोई हतप्रभ हैं। ये जो धोखाधड़ी हुई है, वो गाड़ी की सर्विस में अवापोर्टर क्लीनिंग के नाम पर 2248 रुपये ज्यादा लिये हैं, जिसको लेकर महिन्द्रा कंपनी की साख पर अंगुली उठ रही हैं।