जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भारतीय किसान यूनियन ने किसान दिवस में सीडीओ सहित अधिकारियों के समय से न आने और उठाई गई समस्याओं का समुचित समाधान न होने के विरोध में किसान दिवस का बहिष्कार करते हुए विकास भवन सभागार के सामने धरना दिया। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद पहुंची सीडीओ नूपुर गोयल ने किसानों को समझा बुझाकर सभागार में बैठक शुरू कराई।
किसान दिवस बैठक का समय दोपहर 12:00 बजे निर्धारित किया गया था लेकिन, इसके 1 घंटे बाद तक भी सीडीओ और संबंधित अधिकारियों के न पहुंचने से किसान आक्रोशित हो गए। उन्होंने विकास भवन सभागार से बाहर निकलकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
भाकियू जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी का कहना था कि अधिकारियों को किसानों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। जिला कृषि अधिकारी और अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों को मनाने का प्रयास किया। परंतु किसानों ने बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया। उसके उपरांत जिलाधिकारी दीपक मीणा ने जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी से फोन पर वार्ता की।
इस बीच मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल किसानों के बीच पहुंचीं। उन्होंने किसानों से वार्ता कर अंदर सभागार चलने का अनुरोध किया, और सभी समस्याओं का जल्द निस्तारण कराने, गैर हाजिर अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांग कर सभी से ससमय समाधान कराने का भरोसा दिलाया। उसके बाद विकास भवन के समाचार पहुंचकर किसानों ने अधिकारियों के साथ बैठक शुरू की।
मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल और अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमित कुमार ने किसान दिवस बैठक की विधिवत रूप से शुरुआत कराई। जिसमें मुख्य रूप से आवारा पशु, गन्ना भुगतान, बिजली बिलों का सही न होना, सिंचाई विभाग, समिति, तहसील भ्रष्टाचार आदि समस्याओं को किसानों ने प्रमुखता से उठाया।
किसानों ने जल्द इन सभी का समाधान न होने पर जिलाधिकारी कार्यालय पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। उसके बाद सीडीओ की ओर से सभी समस्याएं सबंधित अधिकारियों को नोट कराते हुए प्राथमिकता के आधार पर समाधान कराए जाने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी, हर्ष चहल, गजेंद्र, नरेश मवाना, सत्येंद्र तालियान, बबलू, मोनू, दर्शनपाल, बबलू, धीर सिंह, भूरा, मुनीश त्यागी आदि किसान मौजूद रहे।