- केंद्र सरकार की अग्निवीरों की भर्ती को बताया बेरोजगारों के लिए मजाक
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: केंद्र सरकार की ओर से जल वायु और थल सेना में स्थाई सैनिकों के बजाय 4 साल की संविदा पर अग्नि पथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती करने की योजना को सेवानिवृत्त कर्नल ब्रह्मपाल तोमर ने कहा कि इस तरह के निर्णय देश के लिए घातक हो सकते हैं।अग्निवीर को पता है कि वह चार साल ही रहेगा। वह देश के लिए प्राण देने के लिए तैयार क्यों होगा? उन्होंने कहा की संसद में पांच साल तक तो सदन वीर रहेंगे। और मात्र चार साल तक अग्निवीर देश की सीमा पर रहेंगे। यह निर्णय देश की सुरक्षा के लिए अच्छा नहीं है।
मूल रूप से बिजरोल गांव निवासी कर्नल ब्रह्मपाल सिंह सेना में 23 साल तक सेवा दे चुके हैं केंद्र सरकार द्वारा स्थाई सैनिकों की बजाय 4 साल की संविदा पर सैनिक बनाने की योजना से इत्तेफाक नहीं रखते। उन्होंने बताया की एक सैनिक जिसे बनाने में सरकार के लाखों रुपए खर्च आते हैं। इस खर्च से आखिर कब तक डरा जाएगा। देश की रक्षा सबसे जरूरी है। पश्चिमी देश अपनी रक्षा के लिए एक से एक बढ़कर तकनीक अपना रहे हैं। लेकिन सैनिकों की कटौती उन्होंने भी नहीं की।
भारत करीब सवा करोड़ की जनसंख्या वाला देश है। इस देश में यह योजना सफल नहीं हो सकती। भारत के दो तरफ की सीमाएं तो बेहद संवेदनशील है। वहां आए दिन सीमा पर संघर्ष हो रहे हैं। ऐसे में देश की सुरक्षा अग्नि वीरों के भरोसे नहीं छोड़ी जा सकती। एक अग्निवीर जिसे पता है कि वह 4 साल तक ही नौकरी करेगा, तो वह देश के लिए मर मिटने के लिए जज्बा पैदा नहीं कर सकेगा।
स्थाई सैनिक ही ऐसी हिम्मत जुटा सकता है। उसे पता है होता है कि वह देश पर मिट जाएगा तो बड़ा नाम कमाएगा।उसके आश्रितों को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की योजना बनाने वाले संसद में खुद तो पांच साल रहेंगे और जो बेरोजगार हैं, जिसे खर्च की जरूरत है। उसे चार साल तक ही खर्च दिया जाएगा। यह कहां का न्याय है। गलत नीति के गलत परिणाम भी हो सकते हैं।