- सीजन के पहले कोहरे से जनजीवन प्रभावित
- रेंगते रहे वाहन, दोपहर बाद हुए सूर्यदेव के दर्शन
जनवाणी टीम |
मोदीपुरम: रविवार सुबह घना कोहरा छाए रहने से जनजीवन प्रभावित रहा। हाइवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई और वाहन चालकों को दिन में ही लाइट जलाकर चलना पड़ा। शीतलहर के चलते ठंड से लोग कांपते नजर आए। वहीं, न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। रविवार को सीजन में तीसरी बार कोहरे ने दस्तक दी।
कोहरा इतना घना था कि विजिबिजल्टी शून्य रही। जिस कारण हाइवे पर वाहनों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। 11 बजे के बाद सूर्य देवता ने दर्शन दिए। जिसके बाद लोगों ने धूप का आनंद उठाया। परंतु, शीतलहर के चलते लोग धूप में भी कांपते नजर आए। न्यूनतम तापमान भी दो डिग्री लुढ़कर सात डिग्री के पास पहुंच गया। दिन के तापमान में भी एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में अभी बदलाव आयेगा। ठंड ने दस्तक दे दी है। अब शीतलहर के साथ कड़ाके की ठंड पड़ेगी। रविवार को दिन क का अधिकतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 07.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 95 एवं न्यूनतम आर्द्रता 61 दर्ज की गई।
अभी और बढ़ेगी ठंड
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि भी ठंड में और इजाफा होगा सुबह के समय कोहरा दिखाई देगा। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी का कहना है कि ठंड में और इजाफा होगा। सुबह के समय कोहरा दिखाई देगा। जबकि रात का तापमान भी 2 से 3 डिग्री तक पहुंच सकता है आने वाले एक सप्ताह में ठंड का असर और भी तेज होगा और सुबह के समय कोहरा का असर बना रहेगा।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरएस सेंगर का कहना है कि आलू की खेती करने वाले किसानों के लिए यह मौसम बेहद खराब है। इसलिए इस मौसम में किसान आलू की फसल बचाने के लिए पोली बेग का इस्तेमाल करें। सब्जी की फसल के लिए किसानों को नियमित रूप से सिंचाई करें। जिससे किसानों की फसल बच सके।
सीजन की सबसे सर्द रात रही शनिवार की
पिछले कई वर्षों की तुलना में इस महीने में रात के पारे में अत्यधिक गिरावट देखने को मिली है। शनिवार की रात अब तक की सबसे सर्द रात सीजन की बन गई है। जिसके चलते सर्दी में लोगों का हाल बेहाल हो गया है।
प्रदूषण की स्थिति भी बेहद खराब
शहर में प्रदूषण की स्थिति भी खराब हो रही है। सर्दी के मौसम में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। जिसके चलते लोगों को परेशानी हो रही है। प्रदूषण से सबसे ज्यादा बच्चों और बुजुर्गों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। वहीं, खासतौर से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को कोहरे और प्रदूषण से बचाना परिवार के लिए बड़ी चुनौती होगी।
दिसंबर में पड़ेंगी भयंकर सर्दी
दिसंबर के महीने में अभी कोहरे का असर पाले के साथ रहेगा। ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ेगा जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी। इस बार सर्दी कई वर्षों का रिकॉर्ड भी तोड़ देगी।
शहरों में प्रदूषण की स्थिति
मेरठ 274
बागपत 263
गाजियाबाद 364
मुजफ्फरनगर 336
हापुड़ 302
ये रहा मेरठ में प्रदूषण की
जयभीमनगर 398
पल्लवपुरम 211
गंगानगर 224
पिछले वर्षों में रात का तापमान
2018 8.9
20019 7.5
2020 8.0
2021 8.3
2022 7.5
कोहरे में समय नहीं, सुरक्षा को रखा जाए सर्वोपरि: आरएम
मेरठ: रविवार से मौसम में अचानक आए बदलाव के बीच रोडवेज बसों के संचालन के संबंध में नई गाइड लाइन जारी की गई है। जिसमें समय के बजाय सुरक्षा को तरजीह देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा 62 ट्रेन रद किए जाने के चलते प्रभावित मार्गों पर बसों का संचालन किए जाने के बारे में भी गाइड लाइन जारी की गई है। मेरठ परिक्षेत्र के आरएम केके शर्मा ने मेरठ, भैंसाली, सोहराब गेट, गढ़ और बड़ौत डिपो के एआरएम को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
जिनमें कहा गया है कि रविवार को अचानक कोहरे का प्रकोप शुरू हुआ है। आने वाले दिनों में सुबह के समय यह मौसम रह सकता है। ऐसे मौसम के दौरान चालकों के लिए निर्देश हैं कि बसों के संचालन के दौरान समय से अधिक सुरक्षा को वरीयता दी जाए। गति को इतनी रखा जाए, जिससे दुर्घटना की आशंका पूरी तरह समाप्त हो सके। इस मौसम के दौरान बसों के गंतव्य तक पहुंचने में समय अधिक लगे, इसकी नहीं बल्कि यात्रियों की सुरक्षा की परवाह करना है।
इसके अलावा उन्होंने लखनऊ से रेलवे विभाग की ओर से जारी की गई 62 ट्रेन रद होने के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रभावित होने वाले शहरों के यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए तैयारी शुरू कर दी जाए। ऐसे मार्गों पर बसों के संचालन को वरीयता दी जाए, जहां ट्रेन रद होने से उन्हें आने-जाने में परेशानी हो सकती है।