जनवाणी संवाददाता |
झिंझाना: कस्बे के चार सगे भाई अपने दादा-दादी को हरिद्वार से कांवड़ के द्वारा हरिद्वार से झिंझाना लेकर पहुंचे हैं। चारो भाईयों ने झिंझाना तक की यात्रा 13 दिन में पूरी की है। दादा दादी ने भी अपने आप को सौभाग्य शाली बताते हुए अपने पौत्रों की लम्बी आयु की कामना की। कांवड़ यात्रा के दौरान यह कांवड़ आकर्षक का केन्द्र बनी रही।
झिंझाना कस्बे के मौहल्ला माजरा निवासी वृद्ध प्रेम एवं उनकी धर्मपत्नी समुन्द्री को उनके पौत्रों द्वारा दूसरी बार कांवड़ यात्रा कराई। पौत्र अनिल पुत्र राजपाल ने बताया कि मेरे दादा प्रेम व दादी समुन्द्री की इच्छा थी को वो भी सावन महीने में हरिद्वार से गंगा स्नान करें। जिसको पूरा करने के लिए पिछले वर्ष भी उन्होंने अपने भाईयों सचिन, राहुल, सुनील के साथ अपने दादा दादी को हरिद्वार से यात्रा कराई थी। इस बार भी हम लोग 19 जुलाई को शाम साढ़े छह बजे हरिद्वार से स्नान कर अपने दादा दादी की कांवड़ उठाई थी। जिसके बाद बारी बारी से हम चारों भाइयों ने कांवड़ यात्रा को गुरुवार कस्बे में पहुंच कर दूसरी कांवड़ यात्रा पूर्ण की।