- छत्तीसगढ़ के किशोर को ट्रेन से उतारकर आठ हजार में बेचा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: थाना जीआरपी मेरठ ने ट्रेनों से छत्तीसगढ़ बिहार और अन्य राज्यों के किशोर को ट्रेनों से उतार कर उन्हें बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने 15 सितंबर को अपने भाई के साथ हरिद्वार से छत्तीसगढ़ लौट रहे एक किशोर को सकोती रेलवे स्टेशन पर उत्कल एक्सप्रेस से नीचे उतरकर अपहरण कर लिया और उसे थाना दौराला क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति को आठ हजार रुपए में बेच दिया था। पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर किशोर को बरामद कर लिया है।
थाना अध्यक्ष जीआरपी विनोद कुमार ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जिला शक्ति के थाना हिसोड़ा के गांव डोमाहिड निवासी गुलशन 16 वर्ष पुत्र जगदीश अपने भाई जयश्री के साथ हरिद्वार से पुरी जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस से छत्तीसगढ़ जा रहा था। सकौती रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में सवार मानव तस्करी के गिरोह के सदस्य रोहित पुत्र उपेंद्र निवासी खेड़ी मुबारकपुर थाना मवाना, गौरव पुत्र नारायण सिंह थाना गाडिना, सिद्धार्थ चौधरी पुत्र रविंद्र थाना मीरापुर खुर्द खतौली जिला मुजफ्फरनगर, शिवम राणा पुत्र राजेंद्र राणा निवासी ग्राम मीरपुर खुर्द थाना खतौली मुजफ्फरनगर ने गुलशन को जबरन ट्रेन से उतार कर अपहरण कर लिया और उसे थाना दौराला क्षेत्र के गांव खेड़ी टप्पा निवासी राहुल पुत्र कर्मवीर को खेत पर मजदूरी करने के लिए आठ हजार रुपए में बेच दिया।
इस संबंध में गुलशन के भाई जयश्री ने थाना जीआरपी मेरठ पर अपने भाई की अपहरण की सूचना दी लेकिन, पुलिस ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया और रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद जयश्री ने अपने परिवार को सूचना दी। इसके बाद गुलशन के पिता जगदीश केवट पुत्र बोरी केवट ग्राम डोमेन डोमहिड ने छत्तीसगढ़ के जिला शक्ति थाना हसौदा पर अपने पुत्र गुलशन के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। वहां से मेरठ की जीआरपी को मामला ट्रांसफर किया गया। इसके बाद परिजन गुलशन को ढूंढने में लग रहे।
उन्होंने एसपी जीआरपी मुरादाबाद से गुलशन को सकुशल बरामद करने की गुहार की। एसपी आशुतोष शुक्ला के आदेश के बाद मेरठ थाना जीआरपी की पुलिस हरकत में आई। जीआरपी इस गिरोह का पर्दाफाश कर गुलशन को सकुशल बरामद किया। बदमाशों के पास से तीन स्प्लेंडर मोटरसाइकिल के लिए बरामद हुई हैं जीआरपी का कहना है कि उक्त गिरोह के लोगों ने बताया कि उनके गृह बिहार छत्तीसगढ़ झारखंड व अन्य राज्यों से ट्रेन में सफर करने वाले किशोर को जबरन सिक्योरिटी में उतरकर अपहरण करके उन्हें किसानों को मजदूरी के लिए बेचे का धंधा चलाते हैं।