- बाफर पर हत्या के आठ समेत 25 मुकदमे दर्ज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिला कारागार अम्बेडकरनगर में बंद कुख्यात अपराधी सुशील मूंछ एवं पुलिस अभिरक्षा से फरार अपराधी बदन सिंह बद्दो का विरोधी गैंगस्टर भूपेंद्र बाफर को एसटीएफ ने डिफेंस कालोनी से गिरफ्तार किया। बाफर के पास से .32 बोर की पिस्टल और मोबाइल बरामद किया है। एएसपी एसटीएफ ने बताया कि बाफर गैंगस्टर के एक मामले में फरार चल रहा था। फिलहाल गंगानगर थाने में बाफर के खिलाफ शस्त्र अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिली कि थाना जानसठ जनपद मुजफ्फरनगर के गैंगस्टर के मामले में न्यायालय द्वारा जारी वारंट का वारंटी भूपेन्द्र बाफर डिफेंस कालोनी, गंगानगर स्थित मकान नंबर सी-60 के सामने खड़ा किसी व्यक्ति का इंतजार कर रहा है तथा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस पर दबिश देकर भूपेंद्र बाफर को गिरफ्तार कर लिया गया।
अभियुक्त ने बताया कि यह वर्ष 2011 में मेरठ जिला पंचायत सदस्य संजय गुर्जर चर्चित हत्याकांड में शामिल रहा था तथा केबल व्यवसाय हथियाने के उद्देश्य से वर्ष 2012 में केबल व्यवसायी रोमी शिव के मैनेजर पवित्र मैत्रेय की हत्या करवाई थी। बताया कि सुशील मूंछ गैंग के साथ रहकर हत्या, रंगदारी, चीनी मिलों से उगाही विवादित प्रॉपर्टियों पर कब्जा, केबिल व्यवसाय से अवैध वसूली एवं डकैती आदि की दो दर्जन से अधिक घटनाओं में शामिल रहा है।
अपने विरोधी गैंगस्टर सुशील मूंछ की हत्या कराने के लिए थाना जानसठ क्षेत्र में कुख्यात अपराधी रोहित सांडू को पुलिस अभिरक्षा से फरार कराया। जिसमें एक उपनिरीक्षक की हत्या भी हो गयी थी। उक्त मामले में वर्ष 2020 से जेल से छूटा था। थाना जानसठ के गैंगस्टर के मुकदमे में न्यायालय से वारंट जारी हो जाने के कारण कही भागने की फिराक में था। बाफर के खिलाफ हैदराबाद, रामपुर, मुजफ्फरनगर, देहरादून, गाजियाबाद, मेरठ, बिजनौर में 25 मुकदमे दर्ज हैं। इसमेें हत्या के आठ के अलावा डकैती, जानलेवा हमला, अपहरण, डकैती के बाद हत्या आदि के मुकदमे दर्ज हैं।
किसी बात पर भूपेंद्र और सुशील में हुआ था विवाद
एसटीएफ के एएसपी ने बताया कि एक समय था जब भूपेंद्र बाफर और सुशील मूंछ एक साथ थे। 1991 में कूकड़ा ब्लॉक प्रमुख सुरेंद्र सिंह की भोपा रोड पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सुशील, भूपेंद्र समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। बाद में दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इसी कारण भूपेंद्र बाफर ने सुशील मूंछ की हत्या की योजना बना ली थी।
इस काम के लिये भूपेंद्र ने दो जुलाई 2019 को मिर्जापुर जेल से पेशी पर आए रोहित सांडू को जानसठ क्षेत्र के सालारपुर में पुलिस हिरासत से भगा दिया था। इस दौरान एक दारोगा भी शहीद हो गए थे। वारदात के दस दिन बाद पुलिस ने भूपेंद्र बाफर समेत चार बदमाशों को जेल भेज दिया था। पूछताछ में बाफर ने मूंछ की हत्या कराने के लिए सांडू को भगाने का राजफाश किया था।
इसके चार दिन बाद पुलिस ने सांडू और उसके एक साथी को मुठभेड़ में ढ़ेर कर दिया था। सांडू की फरारी प्रकरण में जानसठ पुलिस ने बाफर समेत कई बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इसी सिलसिले में बाफर को डिफेंस कालोनी से गिरफ्तार किया गया है। गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे की जांच रामराज थाना पुलिस ने की थी। जांच के बाद पुलिस ने वर्ष 2020 में बाफर की डिफेंस कालोनी में स्थित कोठी को भी जब्त किया था।