- रिजर्व बैंक आफ इण्डिया मना रहा वित्त साक्षरता सप्ताह
- 14 फरवरी से 18 फरवरी तक गांवों में लगाये जायेंगे कैम्प
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: रिजर्व बैंक आॅफ इण्डिया द्वारा 14 फरवरी से 18 फरवरी तक वित्त साक्षरता सप्ताह मनाया जा रहा है। यह सप्ताह गो डिजीटल-गो सिक्योर थीम पर मनाया जा रहा है। वित्त साक्षरता सप्ताह के प्रथम दिन मंसूरपुर क्षेत्र के ग्राम इस्लामाबाद में लीड बैंक व क्रिसिल फाउन्ंडेशन के तत्वावधान में एक वित्त साक्षरता कैम्प का आयोजन किया गया, जिनमें ग्रामीणों को बचत, निवेश व सामाजिक सुरक्षा के अलावा डिजिटल बैंकिंग के फायदे व होने वाले फ्राॅड के प्रति जागरूक किया गया।
जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक बी.एस. तोमर व डीडीएम नाबार्ड अभिषेक श्रीवास्तव के निर्देशन में नाबार्ड व क्रिसिल फाउन्डेशन के सहयोग से आयोजित साक्षरता कैम्प में इस्लामाबाद के सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लेकर लाभ प्राप्त किया।
कैम्प को संबोधित करते हुए सेन्टर फाॅर फाइनेंस लिटरेसी (सीएफएल) की प्रबन्धक शीजा खानम ने कहा कि वित्त के प्रति साक्षर होना बहुत जरूरी है, क्योंकि वित्त साक्षरता के बिना देश की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जब शुरू से ही बचत, निवेश व सामाजिक सुरक्षा के प्रति सभी लोग जागरूक हो जायेंगे,तो देश की आर्थिक स्थिति सुधरने में समय नहीं लगेगा।
उन्होंने कहा कि जीवन में छोटी-छोटी बचत से एक पूंजी बनाई जा सकती है और जब इस पूंजी का निवेश किया जाता है, तो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। उन्होंने भविष्य को सिक्योर करने के बारे में भी लोगों को जागरूक किया और भविष्य निधि बनाकर रखने का आह्नान किया।
पीएनबी के एफएलसी अनिल गर्ग कहा कि बैंकिंग को आसान बनाने के लिए डिजीटल अपनाना जरूरी है। डिजीटल बैंकिंग के माध्यम से बिना समय गंवाये बैकिंग सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने ग्रामीणों को बताया वह भीम ऐप, नेट बैंकिंग के सहारे कैसे फायदा उठा सकते हैं। उन्होंने एनईएफटी, आरटीजीएस, आईएमपीएस, यूपीआई के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इसके साथ उन्होंने लोगों को बताया कि वह किसी को भी अपना ओटीपी, पिन या सीवीवी ना दें तथा किसी भी प्रकार की लाॅटरी निकाले जाने या ज्यादा फायदा मिलने के लालच में ना आयें। उन्होंने बताया कि बैंक कभी भी पिन, ओटीपी या पासवर्ड नहीं मांगता है और यदि कोई उन्हें फोन पर अपने आपको बैंक अधिकारी बताकर पिन या ओटीपी मांगे,तो उसे ओटीपी ना दें।
इस दौरान यूनियन बैंक के एकाउन्टेंट गुलशन कुमार, ग्राम प्रधान जगमोहन, बीसी धनसिंह, समुह सखी मेनका, समाजसेवी वसीम अहमद, समरीन, सीएफएल खतौली के बुढाना एफसी हेमलता समेत गांव के सभी जिम्मेदार लोग मौजूद रहे।