- टोल प्लाजा से लेकर इकलौता गांव तक जगह-जगह किया गया वेलकम
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: मेरठ की क्रांतिकारी धरती के गांव इकलौता से एशिया गेम्स में रजत पदक और गोल्ड मेडल जीतने के बाद पहली बार गांव पहुंची पारुल चौधरी का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। टोल प्लाजा से लेकर गांव तक जगह जगह आतिशबाजी और ढोल नगाड़ों के साथ पुष्प वर्षा की गई।
सिवाया टोल प्लाजा पर पहुंची पारुल चौधरी का केंद्रीय राज्यमंत्री डॉक्टर संजीव बालियान, भाजपा जिला अध्यक्ष शिवकुमार राणा, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष मनिंदर पाल सिंह पूर्व श्रम कल्याण परिषद अध्यक्ष पंडित सुनील भराला ने बुके देकर स्वागत किया और इसके बाद काफिले के साथ गांव में पहुंचे और जोरदार स्वागत किया। गांव पहुंचने पर पारुल चौधरी की मां ने उसका तिलक किया। अपनी मां को देखते ही पारुल चौधरी ने मेडल निकालकर उनके गले में डाल दिया और गले लगा लिया इसके बाद एक के बाद एक माला से पारुल चौधरी का गला ऊपर तक भर गया।
भराला से इकलौता तक सड़क का नाम होगा पारुल चौधरी मार्ग: भराला
श्रम कल्याण परिषद के पूर्व अध्यक्ष पंडित सुनील भराला ने पारुल चौधरी के स्वागत समारोह के दौरान कहा कि गांव की बेटी ने जो इतिहास रचा है आज उसे पूरा देश देख रहा है इकलौता और भराला एक ही गांव हैं। उन्होंने मंच के माध्यम से कहा कि भराला से इकलौता तक आने वाली सड़क का नाम मुख्यमंत्री से मिलकर पारुल चौधरी मार्ग कराया जाएगा।
माता-पिता को दिया मेडल जीत का श्रेय
दो मेडल जीतने के बाद अपने गांव पहुंची पारुल चौधरी की आंखें भर गईं। आंखें नम हो रही थी और वह बोल रही थी कि वह अपने मेडल जीतने का श्रेय अपने माता-पिता को देना चाहती है।
मेडल लेने से पहले वह बहुत नर्वस थी और उसकी निगाह गोल्ड मेडल पर थी उसके दिमाग में चल रहा था कि अगर मैं गोल्ड मेडल जीत लेगी तो वह उत्तर प्रदेश में डीएसपी बन जाएगी मुख्यमंत्री ने नई नीति २०२२ के तहत् घोषणा की है कि जो गोल्ड मेडल जीतेगा। वह डीएसपी बनेगा। इस पर मेरी निगाह थी और मैं लास्ट के 10 सेकंड में पुरी ताकत लगाते हुए देश के लिए गोल्ड मेडल जीत लिया।
पश्चिमी यूपी को मिले 10 मेडल गौरव की बात: संजीव बालियान
मोदीपुरम पारुल चौधरी के स्वागत समारोह में आए केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान ने कहा कि पश्चिमी यूपी को 10 मेडल मिले है। यह बहुत ही गौरव की बात है। देश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी खेल यूनिवर्सिटी सलावा उनके संसदीय क्षेत्र में लग रही है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र से निकलने वाली प्रतिभा और निकलेगी और खेल को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि पारुल चौधरी के लिए जो भी होगा वह हर संभव मदद करेंगे और गांव के लिए भी विकास कराएंगे।