Wednesday, August 13, 2025
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सेहत के लिए बेहतर है ग्रीन टी


पिछले चार पांच सालों में ग्रीन टी का चलन अधिक हो गया है क्योंकि इसका सेवन सेहत के लिए बेहतर माना जाता है। ग्रीन टी का सेवन जहां सेहत के लिए बेहतर है, वहीं अधिक ग्रीन टी का सेवन सेहत को नुकसान भी पहुंचाता है। ग्रीन टी नरम पत्तियों से बनती है। इसकी पत्तियों को प्रोसेस नहीं किया जाता, बस इन पत्तियों को सुखाया मात्र जाता है।

अगर दूध और चीनी के बिना ग्रीन टी का सेवन किया जाए तो सेहत के लिए अधिक गुणकारी होता है। ग्रीन टी मे एंटी आक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है। ग्रीन टी में कैलरी की मात्र कम होती है। ग्रीन टी से हर्बल टी तैयार की जा सकती है जो सेहत को और लाभ पहुंचाती है।

ग्रीन टी बनाने का तरीका

  • ग्रीन टी बनाने के लिए एक बड़े मग पानी को उबाल आने तक उबालें या तेज गर्म कर गैस बंद कर दें। कप में ग्रीन टी का सैशे रखें और सिप सिप कर गर्म पी लें। अगर आपके पास खुली (लूज) चाय है तो एक मग पानी उबाल कर गैस बंद कर दें। आधा चम्मच चाय की पत्ती उस बर्तन में डालकर 5 से 7 मिनट के लिए रख दें।

  • फिर छानकर पी लें। अधिक गर्म चाय न पिएं। थोड़ा ठंडा कर पिएं। अधिक गर्म चाय पीने से गला प्रभावित होता है और पाचन तंत्र पर भी कुप्रभाव पड़ता है। दूध और चीनी वाली चाय पीने से ग्रीन टी का लाभ काफी कम हो जाता है।

ग्रीन टी के लाभ

  • ग्रीन टी के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे हम कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं।

  • ग्रीन टी मे एंटी आक्सीडेंट की मात्रा अधिक होने से बढ़ती उम्र में शरीर के सेल्स को होने वाले नुकसान कम होते हैं।

  • एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाने के कारण इंफेक्शन का खतरा कम होता है।

  • बढ़े हुए पेट को घटाने के लिए रोज प्रात: खाली पेट एक कप ग्रीन टी में नींबू, शहद मिलाकर पिएं और उसमें ऊपर से थोड़ा मेथी पाउडर डालें।

  • ग्रीन टी के सेवन से प्रोस्टेट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के बचाव में मदद मिलती है।

  • सिर दर्द में ग्रीन टी ज्यादा लाभप्रद होती है। इसमें मौजूद एंटी आक्सीडेंट्स दर्द को कम करते हैं।

  • शरीर के किसी भाग में दर्द होने से ग्रीन टी के बैग को फ्रिज में रखकर उस स्थान पर रखने से लाभ मिलता है।

  • सनबर्न होने पर ग्रीन टी का बैग फ्रिज में रखकर प्रभावित त्वचा पर रखने से लाभ होता है।

  • माहवारी के दिनों में कई लड़कियों और महिलाओं को क्र ै?पस पड़ते हैं। ग्रीन टी के सेवन से कम हो जाते हैं।

  • ग्रीन टी का बना एक कप फ्रिज में रखें ठंडा होने पर कपड़े को ग्रीन टी के पानी में भिगोकर त्वचा पर लगाएं। त्वचा साफ होगी और चमक भी आएगी।

हानियां

  • किसी भी चीज की अति नुकसान पहुंचाती है। दिनभर में 2 से 3 कप ग्रीन टी पी सकते हैं। इससे ज्यादा शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।

  • ग्रीन टी में मौजूद टैनिन पेट दर्द और कब्ज का कारण बनता है।

  • ज्यादा ग्रीन टी के सेवन से शरीर आयरन की मात्र को अब्जार्ब नहीं कर पाता।

  • अनीमिया वाले रोगी ग्रीन टी या नार्मल टी का सेवन कम से कम करें।

  • अधिक ग्रीन टी के सेवन से आस्टियोपोरोसिस की समस्या बढ़ जाती है क्योंकि ज्यादा चाय के सेवन से शरीर में कैल्शियम कम जज्ब हो पाता है।

  • गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को दूध पिलाने वाली महिलाओं को ग्रीन टी का सेवन कम करना चाहिए नहीं तो कैफीन की मात्र मां के जरिए से बच्चे तक पहुंचेगी जो बच्चे के लिए हितकर नहीं है।

  • बच्चों को ग्रीन टी न दें। बच्चों में प्रोटीन और फैट जैसे जरूरी न्यूट्रिएंटस के जज्ब होने में रूकावट पड़ती है। अधिक ग्रीन टी का सेवन आंखों के अंदर के प्रेशर को बढ़ाता है।

सावधानियां

  • अल्सर और एसिडिटी वाले लोगों को किसी भी तरह की चाय का सेवन कम करना चाहिए।

  • खाने के आधे घंटे पहले और दो घंटे बाद चाय के सेवन से बचना चाहिए। बेड टी और रात्रि में सोने से पहले चाय का सेवन न करें।

  • दूध वाली चाय पीने से चाय के गुण खत्म हो जाते हैं। चीनी डालने से एसिडिटी बढ़ती है और शरीर में कैल्शियम घटता है।

  • जो लोग नींद आने की दवा खाते हैं या ब्लड थिन करने वाली दवा खाते हैं, उन्हें ग्रीन टी से परहेज करना चाहिए। जो महिलाएं बर्थ कंट्रोल करने वाली दवा लेती हैं, उन्हें भी ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए।

  • पहले से बनी रखी चाय का सेवन नहीं करना चाहिए।

  • भारी खाने के तुरंत बाद चाय का सेवन न करें। बेहतर होगा गर्म पानी पिएं।

नीतू गुप्ता


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