- फलावदा में भारी पुलिस फोर्स के बीच किया गया सोफिया का शव सुपुर्दे-ए-खाक
- मुठभेड़ के बाद की गई हत्यारोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि, पुलिस ने पैर में मारी गोली
- हत्यारोपी ने किया पुलिस पूछताछ में खुलासा, हत्या में प्रयुक्त बंदूक और जिंदा कारतूस भी बरामद
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: क्षेत्र में सोमवार की रात से फैली नेताओं के माध्यम से हत्यारोपी फरहान के आत्मसमर्पण की खबरों पर उस समय विराम लग गया, जब पुलिस ने मुठभेड़ के बाद हत्या आरोपी की गिरफ्तारी दिखा दी। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। थाना प्रभारी राजेश कांबोज ने देर शाम बताया कि पुलिस हत्यारे की तलाश में लगी हुई थी। देर शाम मुखबिर द्वारा पुलिस को सूचना मिली की हत्या का फरहान मोजिपुरा रोड पर आरिफ की ट्यूबवेल पर बैठा हुआ है।
थाना प्रभारी ने बताया कि फरहान की घेराबंदी किए जाने पर उसने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई तो पुलिस की गोली उसके पैर में लगी। वह घायल होकर गिर गया। पुलिस ने उसने उसे उपचार के लिए अस्पताल पहुंचा दिया है। कस्बे में दिनदहाड़े हुआ सोफिया का मर्डर शोहदे ने बात करने से इनकार करने पर अंजाम दिया था।
बात न करने के इंकार पर की गई सोफिया की हत्या
मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हुए आरोपी फरहान ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया है। थाना प्रभारी राजेश कांबोज ने हत्यारोपी फरहान के हवाले से बताया कि वह कई दिनों से सोफिया पर बात करने का दबाव बना रहा था, लेकिन वह उसकी सुनने को तैयार नहीं थी। सोफिया ने अपने परिजनों से यह बात बता दी थी। इसकी शिकायत परिजनों ने फरहान के घरवालों से भी की थी, लेकिन वह बाज नहीं आया। सोमवार को जब वह दवाई लेकर घर लौट रही थी तो फरहान उसके पीछे बंदूक लेकर दौड़ पड़ा।
वह भयभीत होकर पड़ोसी मूसा के घर में घुस गई। उस वक्त घर में मूसा की पत्नी अफसाना ही मौजूद थी। फरहान ने सोफिया की गर्दन से सटाकर गोली चला दी। एक गोली मिस हो गई थी, जबकि एक गोली बंदूक की नाल में फंस गई थी। सोफिया एक गोली लगने के बाद मौत के मुंह में समा गई थी। गोली उसकी गर्दन के पार हो गई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि फरहान के खिलाफ पहले ही आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। उसके खिलाफ सोफिया की हत्या और पुलिस पर गोली चलाने के ताजा मामले भी दर्ज कर लिए गए हैं।
सोफिया हत्याकांड: दिनभर होता रहा हंगामा
कस्बे में दिनदहाड़े गोली मारकर सोफिया मर्डर केस अंजाम देने वाले आरोपी की 24 घंटे बाद भी गिरफ्तारी न होने से उत्तेजित लोगों ने शव को सुपुर्द खाक नहीं करने का एलान कर दिया। शव को डीएम व कप्तान के आगे रखकर गिरफ्तारी की मांग करने जा रहे लोगों को रोकने के लिए पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
गौरतलब है कि सोमवार को सवेरे मोहल्ला शहीद भगत सिंह निवासी राज मिस्त्री शहजाद की 16 वर्षीया बेटी सोफिया की पड़ोस में रहने वाले फरहान पुत्र उस्मान द्वारा गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। घटना से उत्तेजित भीड़ द्वारा उसके पोस्टमार्टम से पहले तथा बाद में कई घंटे तक शव को रखकर आरोपी के मकान पर बुलडोजर चलवाने तथा आरोपी का एनकाउंटर करने की मांग उठाई गई।
कड़ी मशक्कत के बाद शव को घर ले जाया गया, लेकिन मंगलवार को पुलिस के उस वक्त फिर से होश उड़ गए जब मृतका के रिश्तेदार पुलिस पर 24 घंटे बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहींं करने का आरोप लगाकर शव को एक गाड़ी में रखकर जिले के आलाधिकारियों के सामने के जाने का प्रयास करने लगे। उनका कहना था कि वे शव को अफसरों के सामने रखकर अपनी मांग रखेंगे तथा मांग पूरी न होने तक शव को सुपुर्द खाक नहीं करेंगे।
शव गाड़ी में देखकर पुलिस दंग रह गई। पुलिस ने किसी तरह शव को गाड़ी से वापस घर पहुंचाया। तमाम कोशिशों के बाद परिजन शव को दफनाने पर अमादा हुए। इस दौरान काफी अफरातफरी मची रही। कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। थाना प्रभारी राजेश कांबोज ने बताया कि जल्द ही पुलिस की कार्रवाई का नतीजा सामने आएगा। उधर, निर्मम हत्याकांड की शिकार हुई सोफिया को गमगीन माहौल में कड़ी सुरक्षा के बीच कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।
गम और गुस्से के बीच उठे उसके जनाजे में जन समूह शरीक हुआ। पोस्टमार्टम के बाद आरोपी की गिरफ्तारी की उठ रही मांग के चलते सोफिया का शव सोमवार को दफनाया नहीं गया। आखिरकार मंगलवार को करीब दो बजे उसका जनाजा उठाकर जूड कब्रिस्तान ले जाया गया। उसके जनाजे में तमाम लोग शरीक हुए। कड़ी सुरक्षा के बीच शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
मर्डर को लेकर उलझी पुलिस ने दफीने के बाद राहत की सांस ली। उसके पिता शहजाद का रो-रोकर बुरा हाल था। पूर्व सांसद ठाकुर अमरपाल के भतीजे गौरव तथा चेयरमैन अशोक सैनी के अलावा पूर्व चेयरमैन नैय्यर आलम सहित तमाम लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना दे रहे थे। उन्होंने आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
दिनभर होती रही आरोपी के सरेंडर की चर्चा
सोफिया मर्डर केस के मुख्य आरोपी द्वारा भाजपा नेताओं के माध्यम से पुलिस के आगे सरेंडर किए जाने की खबर दिनभर चर्चा में बनी रही। हालांकि पुलिस ने इसे अफवाह करार दिया है। मर्डर के बाद फूटे जनाक्रोश के मद्देनजर सभी की नजर आरोपी की गिरफ्तारी पर लगी हुई है। पुलिस आश्वासन दे रही थी। इसके बावजूद लोग तत्काल गिरफ्तारी की मांग दोहरा रहे थे। देर रात खबर फैल गई कि हत्यारोपी ने बड़ागांव से आत्म समर्पण कर दिया है। फैली खबर में यह भी कहा जा रहा है कि फलावदा और बड़ागांव निवासी नेताओं ने सशर्त आत्म समर्पण करवाया है।
आरोपी के परिवार की महिलाए पूछताछ को थाने ले जाए जाने से पुलिस का दबाव बढ़ गया। पुलिस पर वादी पक्ष का दबाव बन रहा है। लिहाजा आरोपी को एनकाउंटर का भय बना हुआ है। इसलिए उसने बड़ा गांव से सोमवार को देर रात भाजपा के नेताओं के माध्यम से आत्म समर्पण किया है। इस प्रकार की खबर इलाके में सोमवार की रात से ही फैली हुई है। हालांकि पुलिस ने इन चर्चाओं को सिरे से खारिज किया है। इस संबंध में थाना प्रभारी राजेश कांबोज ने बताया कि अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपी की तलाश में पुलिस की कई टीम लगी है। गिरफ्तारी की फैली खबर महज अफवाह है।