- जिला अस्पताल में रोजाना भर्ती हो रहे 20 बच्चे
- प्राइवेट चिकित्सकों के यहां भी लग रही बच्चों की भीड़
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गुरुवार तक हुई भीषण गर्मी में बच्चों की सेहत को बिगाड़ डाला। भीषण गर्मी में रोजाना सैकड़ों बच्चे बीमार हुए। जिला अस्पताल में रोजाना 20-25 मरीजों को भर्ती करके उनका उपचार किया जा रहा है। उधर, प्राइवेट बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की क्लीनिक पर भी बच्चों की भीड़ लग रही है। सैकड़ों बच्चों को भर्ती किया जा रहा है। शुक्रवार को बारिश होने से मौसम बदल गया, लेकिन गुरुवार तक भीषण गर्मी रहने से बड़ी संख्या में बच्चे बीमार हुए। जिला अस्पताल में गुरुवार तक रोजाना डेढ़ सौ से दो सौ से बच्चे उल्टी, दस्त, पेट दर्द, पानी की कमी के पहुंचे।
इनमें 20-25 बच्चों को भर्ती करके उनका उपचार किया गया। अस्पताल में सुबह से ही बच्चों को लेकर लोग बाल रोग विशेषज्ञों के कक्ष के बाहर नजर आए। शुक्रवार को भी जिला अस्पताल का बच्चा वार्ड लगभग फुल रहा। करीब 20 बच्चे भर्ती रहे। कई बच्चों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करके उनका उपचार किया गया। वहीं, दूसरी ओर प्राइवेट चिकित्सकों के यहां भी अधिकांश बच्चे उल्टी, दस्त, पेट में दर्द से पीड़ित पहुंच रहे हैं। प्राइवेट बाल रोग विशेषज्ञों की क्लीनिकों पर आजकल बच्चों की भीड़ देखी जा सकती है।
प्राइवेट नर्सिंग होम में सैकड़ों बच्चों को भर्ती करके उनका उपचार किया जा रहा है। कई नर्सिंग होमों में तो बेड फुल हो गए हैं। वहां बच्चों को भर्ती करने के लिए बेड उपलब्ध नहीं हैं। बच्चों का इलाज कराने को लेकर परिजन परेशान हैं। नर्सिंग होम में उन्हें मोटा पैसा खर्च करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सुदेश कुमारी का कहना है कि जिला अस्पताल में रोजाना करीब दो सौ बच्चे भीषण गर्मी से होने वाली बीमारियों से ग्रसित आ रहे हैं। इनमें 20-25 गंभीर बीमार बच्चों को भर्ती करके उपचार किया जा रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ डा. राजीव प्रकाश का कहना है कि भीषण गर्मी में बच्चों को उल्टी दस्त, पेट में दर्द, पानी की कमी हो रही है। आजकल ओपीडी के साथ-साथ भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या में भी बढ़ गई है।