Monday, July 8, 2024
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स्वाद के साथ स्वास्थ भी बना रहे, संभावना कम

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  • नकली मावा कर सकता है बीमार, होली है करीब
  • बाजार में मावे सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों में मिलावट है खतरा
  • खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की छापेमारी में बड़े पैमाने पर मावे के सैंपल हो रहे फेल
  • रिपोर्ट में चौकाने वाले आंकडेÞे आये सामाने

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: होली का त्योहार करीब आने के साथ ही घरों में नये-नये और स्वादिष्ट व्यंजन बनाने की तैयारियां भी होने लगी हैं। हालांकि भागदौड़ भरी जिंदगी में कामकाजी महिलाओं के साथ ही अब गृहणियां भी घर में पापड़, चिप्स, कचरी तोड़ने और मावा आदि निकालने के झंझट से बचकर रेडीमेड मावा और खोया जो बाजार में सस्ता और आसानी से उपलब्ध है को प्रयोग करने का मन बना रही हैं।

ऐसे में स्वाद के साथ स्वास्थ बना रहे इसकी संभावनाएं निरंतर घट रही हैं। इसका कारण बाजार में मिलावटी मावे का कायम होता वर्चस्व को माना जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा बीते माह मारे गये छापे की कार्रवाई कर भरे गये सैंपलों के परिणाम इस बात की ठोस गवाही दे रहे हैं। होली के लिये विशेष छापामारी अभियान चल रहा, जिसमें छापेमारी काकी कार्यवाही तेजी से किये जाने के विभाग के दावे हैं।

जानकारों की माने तो मेरठ में मावे थोक बाजार से मावा खुदरा डेयरी और मिठाई की दुकानों पर सप्लाई होता है। इनमें लाला का बाजार, खैरनगर, सुभाषनगर, मोदीपुरम सहित विभिन्न बाजार हैं। साल भर में पड़ने वाले विभिन्न त्योहारों पर बड़ी मात्रा में मिठाई के लिये बाजारों से खुला मावा घरों में जाता है। बीते माह फरवरी में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग के लिये की गई कार्रवाई के दौरान मावे नमकीन, खाद्य तेल, कचरी आदि के जो सैंपल भरे गये।

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उनमें से 80 प्रतिशत फेल रहे। सहायक खाद्य आयुक्त दीपक कुमार की माने तो रंगीन कचरी में ऐसे रंगों का समावेश मिला जो खाने योग्य नहीं है। मावे की बात करें तो इनमें कुदरती रूप गायं या भैंस के दूध में मिलने वाले एनिमल फैट की मात्रा मानकों के आधार पर बढ़ाने के लिये फॉरेन फैट, जिनमें वनस्पिति की तेल का मिलाया जाना सामने आया है। बताया कि अगर नेचुरल फैट 30 प्रतिशत से कम पाया जाता है तो इसे अधोमानक या मानक से कम कहा जाता है। ऐसा आपूर्ति बढ़ाने के लिये मावे की मात्रा बढ़ाने के उद्देश्य से किया जाता है।

सहायक आयुक्त ने बताया कि उन्होंने होली के लिये चलाये जा रहे विशेष छापामारी अभियान के लिये जिले में पांच टीमे बनाई है, जो हर दिन खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग कर रही है। बताया कि सैंपलिंग में जो सैंपल फेल पाये जाते हैं, उनका नष्टीकरण भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मावे की जांच हम घर पर टिंचर आयोडीन की सहायता से कर सकते हैं। साथ ही उन्होेंने बाजार से रंगयुक्त, अधिक चमकीले या सिल्वर कोटिंग वाले मिठाइयों से परहेज करने की भी सलाह दी।

ये बोले-चिकित्सक

खराब गुणवत्ता वाला मावा या खाद्य पदार्थ खाने से होने वाली बीमारियों पर चिकित्सकीय परामर्श के दौरान सीसीएसयू की रसायन विभाग की सहायक प्रो. डा. नाजिया तरन्नतुम ने बताया कि रिफाइंड और मिल्क पाउडर से बने मावे से कोई खास नुकसान सेहत को नहीं है, लेकिन अगर इसमें मैदा, सिंथेटिक दूध, डिटजेंट और यूरिया का प्रयोग होता है तो इससे पेट संबंधी बीमारी हो सकती है। उल्टी, डायरिया, फूड प्वाइंजनिंग और पाचन संबंधी समस्या हो सकती है।

खाद्य सुरक्षा विभाग ने चलाया अभियान, भरे नमूने

होली के त्योहार पर खाने के सामान में मिलावट पर कार्रवाई करने के क्रम में गुरुवार को खाद्य सुरक्षा और औषधी प्रशासन विभाग ने विभिन्न स्थानों पर छापे की कार्रवाई की और नमूने भरे। साथ ही मानको के विपरीत पकड़े गये फेल नमूनों की नष्टीकरण की कार्रवाई भी विभाग द्वारा की गयी।

मिलावटी खाद्य एवं पेय पदार्थों विशेषकर खोया, पनीर, दुग्ध उत्पाद से निर्मित खाद्य पदार्थ, खाद्य तेल, घी एवं वनस्पति, रंगीन कचरी, पापड़, चिप्स एवं नमकीन, विभिन्न प्रकार की मिठाइयां, बेसन, मैदा आदि की बिक्री पर प्रभावी रोकथाम के लिये चलाये जा रहे विशेष अभियान के लिये मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवकुमार मिश्रा के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मेरठ की विभिन्न टीमों ने खाद्य पदार्थों के नमूने संग्रहित किये।

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इस दौरान मेघना कन्फेक्शनरी वेस्टर्न कचहरी रोड से पोटैटो चिप्स का एक नमूना, अग्रवाल किराना स्टोर सोतीगंज से किशमिश का एक नमूना, अरोड़ा नमकीन माधवपुरम से नमकीन का दो नमूना, श्यामनाथ लड्डू वाले लालकुर्ती से बर्फी का एक नमूना, बड़ा बाजार लालकुर्ती से कचरी का एक नमूना, भगत जी स्वीट्स वेस्टर्न कचहरी रोड से बर्फी तथा चना पेड़ा का एक-एक नमूना, लाल का बाजार से मावा का दो नमूना तथा राजा आयल स्पेलर अब्दुल्लापुर से सरसों के तेल का एक नमूना संग्रहित किया गया।

इस प्रकार कुल 13 नमूने संग्रहित कर खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला लखनऊ को जांच के लिये भेजा। सहायक आयुक्त दीपक सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। टीम द्वारा अरोड़ा नमकीन माधवपुरम से 158 नमकीन मूल्य लगभग 23600 रुपये जब्त किया गया। बताया कि यह अभियान आगामी त्योहारों को देखते हुए निरंतर जारी रहेगा। टीम में रीना शर्मा, मोहित कुमार, तन्मय अग्रहरि, सुमन पाल, निशिकांत, मनोज कलश्यान, पीवी सिंह, अनिल कुमार, अनिल गंगवार, वैभव शर्मा, विशाल चौधरी, रमेश चंद्र, भोगेंद्र प्रसाद, अनंत कुमार, जगबीर सिंह, गुंजन, पूनम, सुनील कुमार खाद्य सुरक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।

सरधना में भारी मात्रा में मावा किया नष्ट

सरधना: होली के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। गुरुवार को खाद्य विभाग की टीम ने झिटकरी गांव में मावे की भट्ठी पर छापेमारी की। यहां टीम को गदंगी पसरी हुई मिली। साथ ही भारी मात्रा में दूषित मावा मिला। टीम ने तत्काल दूषित मावे को नष्ट करा दिया। साथ ही मावा व दूध के सैंपल भरने का काम किया। ताकि जांच कर कार्रवाई की जा सके।

होली का त्योहार नजदीक है। होली पर मिठाई की मांग अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में नकली मावा बनाने वाले मौके का फायदा उठाते हैं। आरोपी बड़े स्तर पर नकली मावा तैयार करके शहरों में सप्लाई करते हैं। इसी के चलते खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी होली के मद्देनजर सतर्क हो गई है। खाद्य विभाग की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। किराना स्टोर से खाद्य सामग्री के नमूने भरे जा रहे हैं।

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साथ ही मिठाई की दुकानों और मावा रसगुल्ले तैयार करने वाली भट्ठियों पर छापेमारी की जा रही है। गुरुवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सरधना में छापेमारी की। टीम ने झिटकरी गांव में मावे की भट्ठी पर छापा मारा। जहां टीम को चारों ओर गंदगी पसरी हुई मिली। साथ ही भारी मात्रा में दूषित मावा बना हुआ मिला। टीम ने तत्काल करीब तीन कुंतल दूषित मावे को नष्ट करने का काम किया। साथ ही मावा व दूध के सैंपल भरने की कार्रवाई की।

टीम में एफएसओ मोहित कुमार, एफएसओ तन्मय ग्रहणी व एफएसओ भोगेंद्र प्रसाद शामिल रहे। एफएसओ मोहित कुमार ने बताया कि भट्ठी पर करीब तीन कुंतल दूषित मावा मिला था। जिसे तत्काल नष्ट करा दिया गया है। मावा व दूध के सैंपल लिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। नकली मावा बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने की रेस्टोरेंट पर छापेमारी

कंकरखेड़ा: खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने कंकरखेड़ा में नेशनल हाइवे स्थित एसवीडी रेस्टोरेंट पर छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने चिकन फूड के सैंपल लिए। जिन्हें लखनऊ भेजा जाएगा। रेस्टोरेंट पर नकली खाद्य पदार्थ मिलने की एक अधिवक्ता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार और पूनम चौधरी के नेतृत्व में एक टीम ने गुरुवार रात नेशनल हाइवे स्थित एसवीडी रेस्टोरेंट पर छापेमारी की।

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इस दौरान उन्होंने रेस्टोरेंट पर बनाए जा रहे चिकन फूड का सैंपल भरकर पैक किया और कब्जे में ले लिया। फूड सेफ्टी अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि एसवीडी रेस्टोरेंट ध्रुव शर्मा पुत्र संजय शर्मा निवासी श्रद्धापुरी फेज वन का है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि बागपत जनपद क्षेत्र के सुनहेड़ा गांव निवासी अधिवक्ता विनीत कुमार ने 15 मार्च को रेस्टोरेंट के खिलाफ मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी।

जिसमें अधिवक्ता ने बताया कि रेस्टोरेंट पर नकली तेल और मसाले प्रयोग किया जा रहे हैं। जिसको खाने के बाद शरीर को काफी नुकसान हो रहा है। शिकायत मिलने पर गुरुवार देर रात टीम रेस्टोरेंट पर पहुंची और फूड के सैंपल भरे। उन्होंने बताया इस सैंपल को जांच के लिए लखनऊ भेजा जाएगा।

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