जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: देश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। एक ओर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून धीरे-धीरे देश के विभिन्न हिस्सों की ओर बढ़ रहा है, तो दूसरी ओर पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश और देश के कुछ मैदानी क्षेत्रों में लू का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों के दौरान अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के कई हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई है। साथ ही, पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है।
अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश और लू का अलर्ट
दरअसल, मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में देश के अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश और लू को लेकर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ इस समय मध्य और ऊपरी वायुमंडलीय स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में ट्रफ के रूप में सक्रिय है, जिससे कई राज्यों के मौसम में बदलाव देखा जा रहा है।
क्या बोले मौसम विभाग?
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तराखंड, पूर्वी बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर-पूर्वी असम और अंडमान सागर पर चक्रवाती गतिविधियां बनी हुई हैं। इसके प्रभाव से 14 से 17 मई के बीच अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
कुछ क्षेत्रों में 115 मिमी से अधिक, जबकि चुनिंदा स्थानों पर 204 मिमी तक बारिश हो सकती है। संबंधित राज्य सरकारों और प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने की संभावना
वहीं दूसरी ओर, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी भारत, गंगा के मैदानी इलाके (पश्चिम बंगाल) और झारखंड के कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अत्यधिक गर्मी से सतर्क रहने, पर्याप्त पानी पीने और दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर?
15 मई को उत्तर पश्चिम भारत और पूर्वी राजस्थान में व 16 से 19 मई तक उत्तराखंड में 30 से 50 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाओं के साथ बिजली चमकने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। यह प्रभाव पश्चिमी विक्षोभ और ऊपरी व मध्य वायुमंडल में सक्रिय ट्रफ के कारण होगा।
तेज हवाओं के साथ बौछारें
15 और 16 मई को गुजरात में और 14 से 17 मई के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र व मराठवाड़ा में बिजली कड़कने के साथ 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। 15 मई को मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में तूफानी हवाओं की रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
यहां चल सकती हैं तेज हवाएं
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में 14 से 17 मई के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु,पुडुचेरी, कराईकल और केरल में वज्रपात होने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 14 और 15 मई के दौरान तेलंगाना में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के 70 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने साथ ही बौछारें पड़ने के भी आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस का उछाल आने के आसार हैं।