- गैस कटर से विद्युत टावर को काटकर घटना को दिया अंजाम
- निर्माण करा रही कंपनी के अधिकारी ने दी तहरीर
जनवाणी संवाददाता |
खरखौदा: क्षेत्र के गांव खासपुर के जंगल में गैस कटर से विद्युत टावर को काट क्षतिग्रस्त कर करोड़ों रुपये का कीमत विद्युत तार व अन्य सामान चोर चोरी कर ले गए। मौके पर पहुंचे साइड इंचार्ज ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों व पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की। वहीं थाने पहुंचे कंपनी के अधिकारियों ने चोरी की तहरीर दी।
जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर से जनपद हापुड़ के सिंभावली के बीच पावर ग्रिड कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा लाइन का निर्माण कराया जा रहा है। जो क्षेत्र के जंगल से होकर गुजर रही है। बधौली निवासी अनुप त्यागी बवनपुरा निवासी गजेंद्र शर्मा पुत्र मदन शर्मा के गन्ने के खेतों में लगे हाइटेंशन विद्युत टावरों पर विद्युत लाइन खिंचाई का कार्य चल रहा है।
मंगलवार देर रात चोरों ने दो टावरों को फोंडिशन से ऊपर टावरों को रोकने वाली एंग्लो को गैस कटर से काट कर नीचे गिरा दोनों टावरों के बीच का करीब 7200 मीटर तार व कीमती एंग्लो को चोरी कर ले गए। बुधवार सुबह साइड पर पहुंचे, साइड इंचार्ज झारखंड निवासी लखन माहतो पुत्र मोती माहतो ने टावरों को गिरा देखा तो घटना की जानकारी निर्माण कर रही एलएनटी कंपनी के अधिकारियों व पुलिस को दी।
सूचना पर एलएनटी कंपनी के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की बारीकी से जांच की। कंपनी परियोजना के सहायक प्रबंधक विजय पांडेय, प्रबंधक दुष्यंत कुमार ने थाने पर चोरी की तहरीर दी। पुलिस ने दी तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर दी।
सर्विलांस टीम ने उठाया बीटीएस
घटना की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे सीओ किठौर अमित कुमार ने घटना की बारीकी से जांच के बाद उच्चाधिकारियों से बात कर सर्विलांस की टीम को मौके पर बुलाकर बीटीएस उठाकर घटना के खुलासे के लिए एसओजी व क्राइम ब्रांच के साथ थाना पुलिस को लगा दिया।
पूर्व में भी हो चुकी है चोरी
मौके पर निर्माण कर रही कंपनी के कर्मचारियों की बात माने तो कस्बा स्थित रेलवे लाइन के पास टावर निर्माण के दौरान सामान चोरी हो गया था। तब कंपनी के अधिकारियों ने थाने पर कोई सूचना दर्ज नहीं कराई थी।
विभाग के कर्मचारियों पर संदेह
गैस कटर से टावरों को काटकर करोड़ों रुपये का सामान चोरी होने और जांच पड़ताल के बाद निर्माण करा रही कंपनी के कर्मचारी पुलिस के संदेह के घेरे में है। पुलिस ने सभी कर्मचारियों के मोबाइल नंबर जुटाने के बाद नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही।