- वर्षों पूर्व तय हुआ था मृतक की बहन संग आरोपी का रिश्ता
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: कस्बे के बस स्टैंड पर हुए अनस मर्डर केस को थाने के हिस्ट्रीशीटर बदमाश मोनू उर्फ गिलमान ने मृतक की बहन से कई वर्ष पूर्व तय रिश्ता टूटने की रंजिश में अंजाम दिया गया है। रंजिश के तहत उसने अनस को घर से बुलवाकर उसके सीने में गोली मार दी।मृतक के पिता ने थाने में बदमाशों की टॉप टेन सूची के हिस्ट्रीशीटर सहित कई लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
कस्बे में स्थित बस स्टैंड निवासी फैजान के ज्येष्ठ पुत्र अनस की निर्मम हत्या थाने की टॉप टेन सूची में शामिल हिस्ट्रीशीटर ने रंजिशन अंजाम दी है। इस दुस्साहसिक मर्डर केस को लेकर एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि कई वर्ष पूर्व मोनू उर्फ गिलमान की शादी मृतक की बहन से तय हुई थी। उसकी शादी होने वाली थी लेकिन, उसी दौरान मोनू फायरिंग के एक मामले में जेल चला गया था। परिजनों ने अपनी बेटी की शादी अपराधिक प्रवृत्ति के मोनू से करने से इंकार करते हुए उसकी शादी अन्यत्र कर दी थी। इस बात से ही वह रंजिश रखता आ रहा था।
बताया गया है कि थाने की टॉप टेन सूची में शामिल हिस्ट्रीशीटर मोनू ने अनस की बहन की दूसरे लड़के से बरसों पूर्व हो रही शादी रोकने के लिए पुलिस को अपने इशारे पर नचाते हुए शादी में बाधा उत्पन की थी। पुलिस ने यह शादी लड़की को नाबालिग बताकर रुकवा दी थी लेकिन, बाद में यह शादी दूसरी जगह सम्पन्न हो पाई थी। शादी टूटने को लेकर वह रंजिश रखे हुए था। बताया गया है कि घटना से कुछ घंटे पूर्व गिलमान की मृतक के छोटे भाई से बाइक की टक्कर को लेकर विवाद हुआ था। रात को करीब 11 बजे उसने अनस के दोस्त शाकिर से अनस को बस स्टैंड पर बुलवाकर उसकी हत्या कर दी।
थाना प्रभारी राजेश कुमार कांबोज ने बताया कि मोनू के खिलाफ कातिलाना हमले तथा गैंगस्टर सहित आठ मुकदमे हैं। उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा पहली बार दर्ज हुआ है। पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है।