- अस्पताल में कराया भर्ती, बदमाश पर चले रहे 21 मुकदमे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: टीपीनगर थाना क्षेत्र में रविवार की देर रात हुई मुठभेड़ में पुलिस ने शातिर हिस्ट्रीशीटर जिस पर 21 मुकदमे पहले से चल रहे हैं, घायल हो गया। पुलिस पर उसने फायरिंग की जब पुलिस ने जवाब में गोली चलाई तो उसके पांव में गोली जा लगी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी के खिलाफ केवल टीपीनगर थाने में ही 21 मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं। पुलिस उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
टीपीनगर के शिवपुरम का रहने वाला वंश उर्फ अमन पुत्र बबलू सैलून चलाता है। 14 जुलाई की रात वह दुकान पर था। इस दौरान किसी बात को लेकर कुछ युवकों ने उस पर हमला कर दिया। वंश उर्फ अमन से जमकर मारपीट की गई। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अगले दिन वंश उर्फ अमन ने थाने जाकर आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी, जिसमें टीटू, सिकंदर समेत छह से सात युवकों को नामजद किया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा, लेकिन मुख्य आरोपी टीटू हाथ नहीं आया।
रविवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि टीटू बागपत रोड की तरफ से आ रहा है। पुलिस ने घेराबंदी की तो वह मलियाना बंबे से वेदव्यासपुरी जाने वाले रास्ते पर भाग निकला। उसने बाइक अंसल सिटी के खाली पड़े प्लॉट में घुसा दी और पुलिस पर फायर करने लगा। पुलिस ने मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की। इस फायरिंग में आरोपी टीटू उर्फ विवेक गोली लगने से घायल हो गया और पुलिस ने उसे दबोच लिया।
इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि बदमाश द्वारा चलाई गई गोली से पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे। जबकि एक गोली जीप में लगी। बदमाश के दोनों पैरों में पुलिस की गोली लगी है। मौके से बदमाश की बाइक के अलावा तमंचा 315 बोर और दो कारतूस बरामद किए गए हैं। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है, जिसके खिलाफ संगीन धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं। वह टीपीनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है।
तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद करा गया आलिम
किठौर: कस्बा निवासी गुलफराज की हत्या रंगदारी न देने पर ही की गई। रिमांड पर आए मुख्य हत्यारोपी आलिम ने पुलिस पूछताछ में ये कबूल किया है। पुलिस ने आलिम की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस व बाइक भी बरामद कर ली है। रिमांड का समय पूर्ण होने पर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
रविवार को इंस्पेक्टर निखिलेश उपाध्याय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आलिम ने गुलफराज की हत्या रंगदारी न देने पर की थी। पुलिस ने हत्यारोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त एक तमंचा व कारतूस 315 बोर और एक बाइक बरामद की है। हत्यारोपी को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। बताया कि 27 जुलाई को गुलफराज के भाई तौकीर उर्फ कलवा पुत्र इस्लामुद्दीन ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि कस्बा निवासी आलिम व सलमान ने गुलफराज के साथ गाली-गलौज करते हुए रंगदारी मांगी।
गुलफराज द्वारा मना करने पर आरोपियों ने उस पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी जिसमें गोली लगने से गुलफराज की मौके पर मौत हो गई। जबकि तौकीर बाल-बाल बच गया। हत्यारोपी कलवा को जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। बताया कि हत्यारोपी आलिम जोकि डासना जिला गाजियाबाद कारागार में निरुद्ध था उसको न्यायालय के आदेश के क्रम में शनिवार को सुबह 10 बजे अग्रिम 48 घंटे (पीसीआर) रिमांड पर लाया गया था।