कैराना कोतवाली में पौधारोपण कर अपराध से की तौबा
जनवाणी संवाददाता |
कैराना: गुंडागर्दी और पलायन को लेकर बदनाम कैराना के अपराधी योगी सरकार में पुलिस के सामने नमस्तक नजर आ रहें हैं। इसके चलते पुलिस की पहल पर कैराना कोतवाली के 28 हिस्ट्रीशीटर बदमाश पौधे लेकर कोतवाली पहुंचे। उन्होंने कोतवाली परिसर में पौधारोपण कर अपराध न करने का भरोसा पुलिस को दिया। अब देखना है कि इन हिस्ट्रीशीटर बदमाशों में कितने जरायम की दुनिया को बॉय-बॉय करते हैं।
रविवार कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा ने क्षेत्र के समस्त हिस्ट्रीशीटरो को कोतवाली में बुलाया। जहां पर करीब 28 हिस्ट्रीशीटर अपने साथ एक-एक पौधा लेकर पहुंचें। कोतवाल ने सभी हिस्ट्रीशीटरों से बात करते हुए कहा कि भगवान अल्लाह को हमेशा याद रखो। गलत काम छोड़ो। अगर किसी की हिस्ट्रीशीटर खुलती हैं तो कभी भी बंद नहीं होती।
हर चुनाव से पहले हिस्ट्रीशीटर की निगरानी होती हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक हिस्ट्रीशीटर उनके सरकारी नंबर पर हर सप्ताह दो या तीन बार उनसे बात करें। अगर कोई बात नहीं करेगा तो यह समझा जायेगा कि वह सक्रिय अपराधी है।
कोतवाल ने सभी हिस्ट्रीशीटरों से उनकी हिस्ट्रीशीट खुलने का कारण व हिस्ट्रीशीट नंबर पूछा तथा कहा कि प्रत्येक हिस्ट्रीशीटर अपना हिस्ट्रीशीट नंबर हमेशा याद रखें। कुछ हिस्ट्रीशीटरों ने कहा कि उनके ऊ पर राजनीतिक दबाव के कारण मुकदमा दर्ज हुए हैं। जिसके बाद कोतवाल ने उनसे कहा कि राजनीति का शिकार मत बनो।
आगे से अपराध से तौबा कर पश्चाताप करें। सभी अपने आसपास गलत काम करने वालों की सूचना पुलिस को दें। अपराध के खिलाफ पुलिस का साथ दें। कोतवाल ने कहा कि जिस अपराधी ने अपराध से पैसा कमा कर कोठी बना ली है ऐसे अपराधियों की भी लिस्ट बनाई जा रही हैं।
हिस्ट्रीशीटरों ने कहा कि वे अपराध से तौबा करना चाहते हैं। अगर कोई व्यक्ति उनकी शिकायत लेकर पुलिस के पास आता है तो उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कोतवाल ने हिस्ट्रीशीटरों से कहा कि अगर कोई सुधरना चाहता है तो पुलिस उसको पूरा मौका देगी। इस दौरान हिस्ट्रीशीटरों ने कोतवाल के सामने पिछले किए गए अपराधों से तौबा मांगी तथा आगे अपराध न करने की कसमे खाई। वही बाद में सभी हिस्ट्रीशीटरों ने अपने साथ लाए गए पौधों को पुलिस को सौंपा।
कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा ने बताया कि कैराना कोतवाली क्षेत्र में करीब 144 हिस्ट्रीशीटर बदमाश मौजूद हैं। जिसमें 13 हिस्ट्रीशीटर जेल में बंद हैं जबकि 54 हिस्ट्रीशीटर लापता है। बाकी हिस्ट्रीशीटरों को कोतवाली में पूछताछ के लिए बुलाया था। सभी ने अपराध से तौबा की है।