Friday, July 5, 2024
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बदहाल मध्य गंगनहर कांवड़ पटरी से कैसे गुजरेंगे शिवभक्त?

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  • मध्य गंगनहर पटरी लेंगी कांवड़ियों की अग्निपरीक्षा, रास्तों में गहरे गड्ढे, बिखरे पड़े हैं पत्थर
  • भोलों के रास्ते में होंगे गड्ढे ही गड्ढे, प्रशासन को नहीं शिवभक्तों की कोई चिंता
  • हरिद्वार और अन्य पवित्र धामों से जल लेकर मध्य गंगनहर पटरी से गुजरते हैं हजारों शिवभक्त

जनवाणी संवाददाता |

मवाना: भोले जरा हौले-हौले चलना। पांव देखभाल कर रखना। नजरें सड़क पर जमाए रखना। जहां जरा सा चूके, पैर सीधा गड्ढे में जाएगा। मौच आ सकती है, हड्डी टूट सकती है, क्योंकि गड्ढे लंबे-चौड़े ही नहीं, गहरे भी बहुत हैं और हैं भी बहुत ही सारे। हरिद्वार से गंगाजल लेकर गुजरने वाले शिवभक्त कांवड़ियों को इस बार मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। सभी रास्तों पर गहरे-गहरे गड्ढे बने हुए हैं और पत्थर बिखरे पड़े हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। वे सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। शिवभक्त मार्ग से कैसे गुजरेंगे, उन्हें इनकी परवाह नहीं है।

कांवड़ यात्रा का समय नजदीक आता जा रहा है, लेकिन अभी तक कांवड़ मार्ग मध्य गंग नहर पटरी मार्ग की मरम्मत नहीं कराई गई है। मार्ग की हालत जर्जर है और जगह-जगह गड्ढे होने के साथ ही सड़क के पत्थर बाहर निकले हुए हैं। आखिरकार! बदहाल कांवड़ पटरी से कैसे गुजरेंगे शिवभक्त इसको देखते हुए एसडीएम अखिलेश यादव भी कांवड़ पटरी का निरीक्षण करने के बाद जल्द ही विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर जल्द जगह-जगह टूटी कांवड़ पटरी को दुरुस्त कराने की बात कही है।

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आगामी जुलाई में सावन मास में शिवरात्रि आ रही है। कोरोना वैश्विक महामारी के मद्देनजर कांवड़ यात्रा को बंद कर दिया था, लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी को हराने के बाद इस बार कांवड़ लाने वाले शिवभक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। कांवड़ यात्रा का शुभारंभ होने से पहले पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने कांवड़ पटरी को दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिया है।

हरिद्वार हर की पौड़ी से गंगाजल लेकर आने वाले अधिकतर शिवभक्तों का जत्था मवाना-हस्तिनापुर मध्य गंगनहर कांवड़ पटरी से होकर गुजरता है। कांवड़ियों के आगमन से पटरी केसरिया रंग में नजर आती है, लेकिन दो साल से कोरोना वैश्विक महामारी के चलते कांवड़ यात्रा पर सरकार ने लगाम कस दी थी। कोरोना वैश्विक महामारी को हराने के बाद इस बार फिर से शिवभक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल सकता है।

मवाना-हस्तिनापुर मध्य गंगनहर कांवड़ पटरी की हालत काफी ही दयनीय है। कांवड़ पटरी जगह-जगह टूटने से पत्थर की कंकरीट सड़क पर फैली पड़ी है। डीएम के निर्देश पर एसडीएम अखिलेश यादव ने बताया कि कांवड़ पटरी का निरीक्षण कर जल्द से जल्द टूटी-फूटी कांवड़ पटरी को ठीक कराया जाएगा। विभागीय अधिकारियों को कांवड़ पटरी के साथ गंगनहर किनारे खड़ी झाड़ियों को कटवाने एवं साफ-सफाई को दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिये हैं।

दूर-दूर से आते हैं शिवभक्त

शिवरात्रि पर्व पर शिवभक्तों द्वारा पवित्र गंगा जल लाकर अपने-अपने क्षेत्रों में शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। मवाना व आसपास आदि क्षेत्रों से भी अनेक शिवभक्त पवित्र गंगा जल लेने हरिद्वार, ऋषिकेश आदि स्थानों पर जाते हैं और अपने गंतव्यों की ओर प्रस्थान करते हैं। इस क्षेत्र के लगभग सभी भक्त जानसठ, सालारपुर भट्ठे से मध्य गंगनगर पटरी से होकर जाते हैं, लेकिन यह पटरी पिछले कई वषरें से जर्जर अवस्था में है। जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं, जिनमें बरसात के कारण फिसलन हो जाती है। जिससे आने वाले कांवड़ियों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

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