अवैध पशु तस्करों को चौकी इंचार्ज व पुलिस कर्मियों का था संरक्षण
सालों से पिल्लोखड़ी चौकी पर जमे हैं चौकी इंचार्ज
कई बार यहां अवैध कटान को लेकर हो चुकी है छापेमारी, पर नहीं हुई कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र में अवैध कमेले का कारोबार तेजी से चल रहा है। अवैध कटान को कई जगहों पर पुलिस का सरंक्षण भी मिला हुआ है। गुरुवार को पुलिस ने एक सूचना पर अहमद नगर और श्याम नगर में छापेमारी करके दो मिनी ट्रक में भरा तीस कुंतल मांस बरामद किया। पुलिस ने मौके से 25 जिंदा जानवर भी बरामद किये है।
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के निर्देश पर सीओ कोतवाली अरविन्द चौरसिया ने सुबह छह बजे कोतवाली, देहलीगेट, नौचंदी और लिसाड़ीगेट थाने की पुलिस को लेकर कई स्थानों पर छापेमारी की। जानकारी के अनुसार थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के अहमदनगर वह श्याम नगर में काफी समय से चल रहे मिनी कमेला के चलते ताबड़तोड़ दबिश दी भारी मात्रा में मांस बरामद किया।
बताया जा रहा है हाजी मोबिन निवासी सराय बहलीम व हाजी फिरोज निवासी कांच का पुल गली नंबर-एक का गोदाम चांद वाले पुल पर है जिसमें 20 पशु अवैध कटान के रूप में बरामद किए गए हैं और 15 जिंदा पशु बरामद भी किए गए हैं। जिसके बाद एक छोटा हाथी भी बरामद किया गया है।
दूसरा गोदाम मोहसिन पार्टनर बिलाल निवासी बनी सराय का निकला। इसके अलावा उसका एक गोदाम श्याम नगर में मिला है। पुलिस ने यहां से दस पशु अवैध कटान के रूप में बरामद किये हैं और वही से 10 जिंदा पशु भी बरामद किए गए। जिसके बाद सीओ कोतवाली अरविंद कुमार चौरसिया कई थानों की पुलिस के साथ मांस को कब्जे में लेकर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है जिसके वाद मुकदमा कर कार्रवाई की जा रही है। इसमें छह लोगों को नामजद किया गया है।
चौकी इंचार्ज की भूमिका संदिग्ध सालों से जमे है चौकी पर
जिले में खाकी के दामन पर दाग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। चौकी इंचार्ज के संरक्षण में अवैध पशुओं का कटान किया जा रहा था। यही वजह है कि अपने ऊपर आरोप लगने के बाद खाकी अपने दामन को गंगाजल की तरह साफ बता रही। लगातार पुलिस कर्मी विभाग को दागदार करने में लगे हुए हैं। पिल्लोखड़ी चौकी इंचार्ज की भूमिका की जांच की जा रही है। एसपी सिटी ने सीओ कोतवाली को तीन में जांच रिपोर्ट देने का कहा है। बता दे कि पिल्लोखड़ी पुलिस चौकी चंद कदमों की दूरी पर अवैध पशु कटान किया जा रहा था। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि अवैध पशु तस्करों को चौकी इंचार्ज व पुलिस कर्मियों का संरक्षण प्राप्त था। सालों से चौकी इंचार्ज पिल्लोखड़ी चौकी पर जमे हैं। कई बार यहां अवैध कटान को लेकर छापेमारी हो चुकी है, लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं की गई।