जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: महलका में लॉकडाउन का पालन कराने के नाम पर पुलिस चौकी के सिपाही ने गरीबों पर जमकर कहर ढाया। घर में घुसकर बच्चों और महिलाओं को जमकर पीटा।
महलका में सिपाही ने घरों में घुसकर ढाया गरीबों पर कहरhttps://t.co/Gg7a5hIjFZ@dgpup @Uppolice @meerutpolice @adgzonemeerut @DmMeerut @ipsajaysahni
— JANWANI NEWS OFFICIAL (@JanwaniTv) June 4, 2021
इस घटना में महिला व बच्चों सहित करीब 8 लोग चोटिल हुए हैं। सिपाही की इस करतूत को लेकर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा करते हुए एसओ का घेराव कर दिया। गणमान्य लोगों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।

जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम महलका गांव में पुलिस लॉकडाउन के पालन के नाम पर पुलिस द्वारा इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना अंजाम दी गई। बताया गया है कि लॉकडाउन में रोजगार पर संकट खड़ा होने के चलते लल्लू प्रजापति के बच्चे अपने घर के दरवाजे में बैठकर बच्चों की टॉफी की दुकान लगा कर बैठे थे। पुलिस ने बच्चों की इस दुकान पर लाठियां बरसानी शुरू दी। पुलिस के कहर से बचने को लल्लू का 15 वर्षीय पुत्र कुलदीप घर में घुस गया। पुलिस ने उसका पीछा नहीं छोड़ा।

घरों में छतों तक पहुंची पुलिस के सामने जो भी आया उसे पुलिसिया कहर का शिकार होना पड़ा। पुलिस ने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा। लाठियों के प्रहार से 62 वर्षीय लल्लू पुत्र पृथी, उसकी पत्नी राजेशना, कुलदीप पुत्र लल्लू, अभिषेक, लविश पुत्र सत्येंद्र, सतपाल पुत्र भूलेराम उसकी पत्नी कमलेश, रितिक पुत्र देवेंद्र आदि को चोटे आई है। पुलिसिया तांडव देखकर भीड़ में पुलिस के प्रति आक्रोश फूट पड़ा। ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया।
महलका में हुई घटना की जांच कराकर दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– उदय प्रताप सिंह, सीओ मवाना
थानाध्यक्ष शिव वीर भदोरिया मौके पर पहुंच गए। लोगों ने एसाओ का घेराव करके सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। थानाध्यक्ष ने सिपाही को चौकी से हटाने का आश्वासन दिया है। गणमान्य लोगों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। गांव में पुलिस के प्रति आक्रोश बना हुआ है।
...तो इस कारण से बदनाम है महलका पुलिस
लॉकडाउन में नियम कायदे का पालन कराने के नाम पर महलका पुलिस पर उगाही करने का आरोप जिसको लेकर वह बदनाम है। पिछले दिनों लॉकडाउन में एक ट्रैक्टर चालक से हजारों रुपए वसूलने के मामले में क्षेत्र से विधायक संगीत सोम को हस्तक्षेप करना पड़ा था। विधायक संगीत सोम द्वारा दी गई चेतावनी के बाद तत्कालीन दरोगा ने ली गई रिश्वत लौटाकर अपना पीछा छुड़ाया था।